मधेपुरा जिले के बिहारीगंज के बभनगामा में बने 33/11 के.वी. का नवनिर्मित विद्युत शक्ति उपकेन्द्र आरंभ काल से
ही बीमार चल रहा है। इस कारण वहां कार्यरत कर्मी कभी भी दुर्घटना का शिकार बन सकते हैं।
जानकारी के अनुसार नौ अगस्त 2016 को उक्त केन्द्र आरंभ किया गया। उक्त समय से हीं उसका
ब्रेकर, चारो फीडर, बोर्ड समेत तमाम तरह की तकनीकी बाधा से वहां के कर्मियो को
दो चार होना पड़ रहा है। कार्यरत कर्मियों ने सर्शत बताया कि भवन की स्थिति काफी
जर्जर है, वर्षा के दिनों में छत से पानी टपकता है, इस कारण उपकरण के खराब होने का खतरा बन गया हैं। इसके
अलावा दीवाल का प्लास्टर झड़ना, भवन के चारों तरफ पानी का जमाव रहना भी खतड़े को आमंत्रन
देता है। हथिऔंधा,बिहारीगंज व बभनगामा फीडर का बोर्ड खराब रहने से कहीं भी तार टूटकर गिरने की
घटना के अलावे अन्य फाॅल्ट होने पर पूरे फीडर को बंद करना पड़ता है। ब्रेकर में बार
बार खराबी का आना भी एक बड़ी समस्या है। जब किसी प्रकार की घटना घटती है,तो विभाग पूरी तरह मुस्तैद हो जाता है, बाद के दिनों में सिर्फ और सिर्फ खानापूर्ति की जाती है।
वहां कार्यरत कर्मी को तेरह महीने से पगार नहीं मिला है, बावजूद बेचारे कर्मी पापी पेट के सवाल पर जान पर खेल कर
अपनी डूयूटी निभाने को मजबूर हैं।
वहीं उक्त बावत सहायक विद्युत अंभियता दिव्य प्रकाश मंडल उदाकिशुनगंज से पूछने
पर उन्होंने बताया कि एक साल पहले प्राकलन तैयार कर भेजा गया था पर काम नहीं हो
पाया। पुनः बनाकर ऐजेंसी के माध्यम से काम करवाया जाएगा। गौरतलब हो कि उक्त
केन्द्र से हीं बिहारीगंज प्रखंड को विद्युत आपूर्ति की जाती है, इससे वहां के लोगों को हमेशा परेशानी बना रहता है।
(रिपोर्ट: रानी देवी)
बिहारीगंज का नवनिर्मित विद्युत उपकेन्द्र चल रहा है बीमार, दुर्घटना की आशंका
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 03, 2017
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