मधेपुरा में कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी लेनिनवादी) लिबरेशन, भाकपा माले
के द्वारा राज्यव्यापी आव्हान पर मधेपुरा बस स्टैंड के पास चक्का जाम कर आंदोलन
किया गया.
भाकपा-माले, किसान महासभा के बैनर तले
जत्था मधेपुरा स्टेडियम से नारा लगाते हुए पूर्व घोषित बी पी मंडल चौक मधेपुरा को
जाम किया गया. स्थल पर एक सभा को आयोजन किया गया सभा की अध्यक्षता कामरेड कौशल
सिंह राठौड़ ने की. सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले जिला संगठन सचिव चंद्र दास
ने कहा कि कोसी-सीमांचल में बाढ़ ने काफी तबाही मचाई. अररिया जिला में वर्ष 2008
से भी भयावह तबाही हुई है. यहां तक कि मृतकों की संख्या को
भी सरकार द्वारा छुपाया गया है. काफी जान माल की क्षति हुई है. लोग बाढ़ में मर रहे
थे, लेकिन पटना दिल्ली की सरकार सियासत के खेल में मशगूल थी. सरकार बाढ़ का स्थायी निदान
न खोजकर तटबंध टूटने का कारण चूहों को मान रही है. प्रत्येक वर्ष बाँध मरम्मती के
नाम पर लूट मचाया जा रहा है. बाढ़ की समस्या बेरोजगारी, महंगाई आदि जनता की ज्वलंत
समस्याओं से ध्यान भटकाने का कार्य BJP, RSS, बजरंग दल के लोग गौरक्षा के नाम पर करती है. उन्मादी ताकतें
सक्रिय हो रही है. पूरे राज्य को साम्प्रदायिक उन्माद में धकेलने की साजिश चल रही
है.
कामरेड शंभू शरण भारतीय ने किसानों की समस्या पर बोलते हुए कहा कि किसानों की
हालत सूबे में खराब है. फसल बर्बाद हो गए हैं लेकिन फसल क्षति में दी जा रही राशि
बहुत कम है. प्रति एकड़ 15000 रूपये मिलने चाहिए.
इस मौके पर का० सीताराम यादव, सीताराम
रजक, का० शाहिदा खातून, दीप नारायण यादव, गुलशन कुमार, का० राहुल, AISA, रघुनंदन यादव,
मटिया देवी, शनिचरी देवी, मीरा देवी, शोभा देवी, मंगला देवी, रिंकू देवी, कल्पना देवी,
चंदा देवी, सुशीला देवी, ममता देवी आदि मौजूद थे.
‘प्रत्येक वर्ष बाँध मरम्मती के नाम पर मचाया जा रहा है लूट': वाम दलों का प्रदर्शन
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 09, 2017
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