दशहरे और मुहर्रम कॊ ले प्रशासन
ने कड़ी चौकसी करते हुए धार्मिक और
साम्प्रदायिक सद्भाव बरकरार रखने का संकल्प लिया है ।
(सभी फोटो: मुरारी सिंह) |
इसके लिये शनिवार कॊ
जिलाधिकारी मु सोहैल और एस पी विकास कुमार के नेतृत्व में डी आर डी ए सभागार में
पुलिस और प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ बैठक की गयी है ।
बैठक में इस बात पर बल दिया गया पूर्व से ही इतनी चौकसी और एहतियात बरतना है
कि उपद्रवी तत्वों कॊ कोई मौका ही नही
मिले । जहाँ कहीँ भी साम्प्रदायिक तनाव कि कोई गुंजाइश दिखे, उसे फौरन संज्ञान में लेकर उच्चाधिकारियों कॊ अवगत कराना
है ।
बैठक में बताया गया कि गृह विशेष विभाग के प्रतिवेदन के अनुसार जिले का
मधेपुरा, सिंहेश्वर, मुरलीगंज, बिहारीगंज, पुरैनी, उदाकिशुनगंज और चौसा सम्पूर्ण थाना क्षेत्र कॊ सम्वेदनशील
घोषित किया गया है । गत तीन वर्षों में इस अवसर पर हुई घटनाओं कॊ मद्देनजर इन थाना
क्षेत्रों पर विशेष चौकसी का निर्देश दिया गया ।
बैठक में बताया गया कि मुहर्रम का अखाड़ा हो या दशहरे की पंडाल पूजा आयोजकों कॊ
पूर्व से ही अनुज्ञप्ति प्राप्त करना आवश्यक है । आयोजकों कॊ इसकी पूर्व शर्तों कॊ
पूरी करने के बाद ही एस डी ओ और एस डी पी ओ के संयुक्त हस्ताक्षर से ही अनुज्ञप्ति
दी जा सकेगी ।
बैठक में बताया गया कि जिले में गत वर्ष दशहरे की 117 पंडालों ने अनुज्ञपति लिये थे जबकि 201 मुहर्रम खाडो कॊ लाइसेंस दिया गया था । लेकिन फ़िर भी कुछ आयोजकों
ने इस नियम की अनदेखी की थी । इस बार ऐसे चूककर्ता आयोजकों पर कड़ी कारवाई का
निर्देश दिया गया ।
दशहरे के विसर्जन जुलूस और मूहर्रम के ताजीये जुलूस कॊ सिर्फ निर्धारित मार्ग
से ही ले जाने की कड़ी हिदायत दी गयी जबकि इस अवसर पर डी जे के उपयोग पर प्रतिबंध
लगाते हुए सिर्फ एक माइक और अधिकतम दो हॉर्न के उपयोग की गुंजाइश रखी गयी है । इस
अवसर पर सभी थानाध्यक्षों कॊ निदेशित किया गया कि वे पूरी चौकसी बरतते हुए आसूचना
संग्रह कर उपद्रवी तत्वों पर कड़ी नज़र रखें ।
दशहरा और मुहर्रम में कानून व्यवस्था पर प्रशासन की बड़ी बैठक, क्या लिए फैसले?
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 16, 2017
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