"घर
पहली पाठशाला है। घर में ही बच्चों का संपूर्ण व्यक्तित्व विकसित होता है। अभिभावक
बच्चों पर ध्यान दें। उनकी पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ उनके नैतिक एवं चारित्रिक उत्थान
का भी ख्याल रखें।"
उक्त बातें कुलपति
प्रोफेसर डॉ. अवध किशोर राय ने कही । वे मंगलवार को टी. पी. काॅलेज,
मधेपुरा में आयोजित बीसीए के छात्रों के अभिभावकों की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
कुलपति ने कहा कि
हमें इस मिट्टी से लगाव है। हम विश्वविद्यालय की अहर्निश सेवा हेतु तत्पर हैं। हम
चाहते हैं कि हमारे विद्यार्थी डिग्री एवं नौकरी के साथ अच्छे संस्कार भी पाएं।
अभिभावक शिक्षण संस्थान के एक मुख्य स्तंभ हैं। हम सभी मिलकर विश्वविद्यालय को आगे
ले जाएंगे। हम सब साथ मिलकर कदम बढाएंगे, तो यह विश्वविद्यालय निश्चित रूप से राष्ट्रीय स्तर का
विश्वविद्यालय बनेगा।
कुलपति ने कहा कि
विश्वविद्यालय के विकास में शिक्षकों एवं
विद्यार्थियों के साथ अभिभावकों की भी बड़ी भूमिका है। अभिभावक बच्चों के
प्रति सजग रहें। वे वर्ग में उपस्थित हो रहे हैं या नहीं, इस पर गौर करते रहें । अब विश्वविद्यालय स्तर पर भी
अभिभावकों की बैठक आयोजित की जाएगी। हम हर स्तर पर संवाद कायम करना चाहते हैं।
विश्वविद्यालय प्रशासन एवं अभिभावकों के बीच स्वस्थ संबंध बने। अभिभावक भी अपने
बच्चों के साथ निरंतर संवाद करें।
उन्होने कहा कि हम
दंड नहीं,
बल्कि सुधार में विश्वास करते हैं। हम सतत सुधार के पक्षधर
हैं । उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि विश्वविद्यालय के बारे में हर ओर सकारात्मक
धारणा बने । हमें नया इतिहास बनाना है। हम टूटी हुई कड़ियों को जोड़कर एक कड़ी बनाने का प्रयास कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि
विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध हो। हम बुनियादी सुविधाओं की बहाली
हेतु प्रतिबद्ध हैं। हमने नये कैम्पस में कई विभाग शुरू किया है। कक्षाओं में
विद्यार्थियों की संख्या बढ़ी है। हम सभी काम नियमसंगत ढंग से करेंगे।
इस अवसर पर
प्रतिकुलपति प्रोफेसर डॉ. फारूक अली ने कहा कि हम विश्वविद्यालय को समाज से
जोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि सत्र विलंब होने से अभिभावकों
का आर्थिक नुकसान होता है। विद्यार्थियों को नौकरी आदि में परेशानी होती है। अतः
सत्र नियमित करना हमारी प्राथमिकता है।
हम चाहते हैं कि
विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध हो। हम बुनियादी सुविधाओं की बहाली
हेतु प्रतिबद्ध हैं। हमने नये कैम्पस में कई विभाग शुरू किया है। कक्षाओं में
विद्यार्थियों की संख्या बढी है। हम सभी काम नियम संगत ढंग से कर रहे हैं। आगे भी
हमेशा नियम-परिनियम का ख्याल रखा जाएगा।
इस अवसर पर कई
अभिभावकों ने भी अपने विचार व्यक्त किये। सबों ने कुलपति के प्रयासों की सराहना
की।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य प्रोफेसर डॉ. एच. एल. एस. जौहरी,
बीसीए के समन्वयक डॉ. कपिलदेव प्रसाद,
डॉ. दिनेश यादव, उमाकान्त सिंह, ज्योति किरण, अभय कुमार, सुरेश कुमार सर्राफ, दिलीप कुमार, फुलेन्द्र राम, सुरेश कुमार, वीणा चौधरी, नुनू लाल साह, सुकेश कुमार, मो. आरिफ हुसैन,
प्रमोद कुमार वर्मा, अशोक राज, सुरेश कुमार आदि अभिभावकगण उपस्थित थे।
सराहनीय: बीएनएमयू में कुलपति ने अभिभावकों के साथ कायम किया संवाद
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
August 29, 2017
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