मधेपुरा जिला के मुरलीगंज प्रखंड के जोरगामा पंचायत में एक व्यक्ति की मौत हो
गई और आसपास डायरिया फैलने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है.
जिला पदाधिकारी मो. सोहेल ने प्रखंड कार्यालय में चिकित्सा पदाधिकारी संजीव
कुमार को दिशा निर्देश देते छोटी मछलियों के खाने पर प्रतिबंध लगाने को कहा. मुरलीगंज
प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में आई बाढ़ के बाद जब पानी का स्तर नीचे आना शुरू हुआ
था और बीमारियों ने अपना पैर फैलाना शुरू कर दिया.
मंगलवार को मुरलीगंज प्रखंड के
जोरगामा पंचायत के वार्ड नंबर 2 में छोटेलाल सोरेन उम्र 40 जोरगामा वार्ड नंबर दो निवासी जो रंजीत सोरेन का दामाद था,
पिछले 5 दिन पहले वह अपने ससुराल आया था. छोटेलाल अररिया जिला के
रानीगंज के बडहरा गांव का रहने वाला था। कल शाम से उसकी हालत बिगड़ती गई उसके बाद
आज सुबह उसकी मौत हो गई. बताया कि दूसरे कई डायरिया से पीड़ित व्यक्तियों को
मुरलीगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सूचना भेजकर एंबुलेंस मंगवाई गई स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उन्हें जो रामा से मधेपुरा
भेज दिया गया. जोरगामा वार्ड नंबर 2 आदिवासी मोहल्ले में डायरिया फैलने की वजह से लोगों में
हाहाकार मच गया. इसके बाद डॉक्टरों एक टीम जिसमें डॉ. लालबहादुर डॉ. शंभू शरण और प्रदीप कुमार
वार्ड नंबर 2
में जाकर कैंप किया और लगभग 500 बूढ़े बच्चे रोगियों का इलाज किया. प्राथमिक स्वास्थ्य
केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि हमने आवश्यक
दवाइयों के साथ डॉक्टरों की एक टीम भेजी है. मौत के विषय में उन्होंने कहा कि इस
आशय की जानकारी आप तक मेरे पास उपलब्ध नहीं हो पाई है.
मौके पर जिला पदाधिकारी मोहम्मद सोहेल
ने चिकित्सा पदाधिकारी को दिशा निर्देश दिया कि वह कैंप लगाकर इलाज करवाया जाए तथा
छोटी मछलियों को खाने पर प्रतिबंध लगाया जाए जिससे कि डायरिया फैलने की आशंका
ज्यादा होती है. मौके पर मौजूद डॉक्टरों ने ग्रामीणों को बैठाकर बाढ़ के बाद उनके
स्वास्थ्य परीक्षण की और आवश्यक हिदायत भी दी तथा दवाइयां भी दी गई.
मधेपुरा: मुरलीगंज प्रखंड अंतर्गत ज़ोरगामा पंचायत में डायरिया फैला, एक की मौत
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
August 23, 2017
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