बुधवार कॊ समाहरणालय सभागार में बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा करते हुए जिले
के प्रभारी सचिव राहुल सिंह ने सभी पदाधिकारियों कॊ निदेश दिया कि जो जहाँ
पदस्थापित हैं वहाँ ईमानदारी और कुशलता से राहत कार्य करें । इस कार्य में कोई
कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी ।
जिलाधिकारी मो० सोहैल ने बैठक में जानकारी देते हुए बताया कि जिले के तेरह में
से दस अंचल बाढ़ प्रभावित हुए हैं । जिले के 89 पंचायत के 207 गाँव बाढ़ से घिरे
हैं । 22 हजार हेक्टर में लगी फसल बरबाद हुई है और अब तक 19 लोग डूब कर मरे हैं । कुल 33राहत शिविर स्थापित कर वहाँ लगभग बीस हजार लोगों कॊ रख कर
भोजन एवम अन्य सुविधायें दी गयी लेकिन पानी घटने के बाद इनमें से पाँच शिविर कॊ
बंद कर दिया गया है । अभी भी 112 नाव चलाई जा रही है । बाढ़ पीडितों की स्वास्थ्य रक्षा के लिये 52 स्वास्थ्य केन्द्र स्थापित किये गये हैं । पशु उपचार और
चारे की भी व्यवस्था की गयी है । पीडितों के बीच
6482 फ़ूड पैकेट वितरित किये गये हैं और पॉलीथीन सीट भी लगभग
साढ़े छह हजार वितरण हेतु भेजे गये है । सभी बाढ़ प्रभावित सड़कों की मरम्मत का काम
जारी है और प्रमुख मार्गों पर आवागमन चालू हो चुका है ।
बैठक में सभी विभागीय पदाधिकारी उपस्थित थे । बाद में प्रभारी सचिव के साथ
जिलाधिकारी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जारी राहत कार्यों का जायजा भी लिया ।
कार्य में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं ‘: प्रभारी सचिव ने की बाढ़ राहत कार्य की समीक्षा
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
August 24, 2017
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