जर्जर विद्युत् तार के कारण मधेपुरा जिले के आलमनगर क्षेत्र में अक्सर लोग हादसे का शिकार होने को अभिशप्त हैं, वहीं इस मामले में बिजली विभाग के कानों पर जूँ रेंगती नहीं नजर आती है.
बिजली तार के जर्जर होने से एक और हादसा हुआ है जिसमें आलमनगर के बड़गाँव में एक बारह वर्षीय छात्र की इस जर्जर तार गिरने से असमय मौत हो गई, और परिवार में मातम का माहौल पैदा हो गया. मंगलवार की सुबह बड़गाँव के शर्मा टोला में पंकज शर्मा का बारह वर्षीय पुत्र कृष्ण कुमार जर्जर तार गिरने के कारण उस समय इसके चपेट में आ गया जब वह शौच करने जा रहा था. इसी दौरान विद्युत् प्रवाहित 440 वोल्ट की तार काल बनकर शरीर पर गिर गया जिससे घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई. हादसे के शिकार से जहाँ पूरे परिवार पर अपने मासूम को खोने का गम टूट पड़ा हैं वहीं परिजनों के क्रंदन से समूचा माहौल गमगीन हो गया.
लगातार हो रही घटना से स्थानीय लोगों में बिजली विभाग के प्रति भारी आक्रोश व्याप्त है. इस बाबत पंचायत के पूर्व मुखिया सह राजद के प्रखंड अध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार सिंह ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि बिजली विभाग की लापरवाही से ऐसा हादसा क्षेत्र में आये दिन होता रहता है । उन्होने कहा कि 1975 ई0 में लगे तार एवं पोल से अभी तक विद्युत् सप्लाई इस क्षेत्र में किया जा रहा है, जिस वजह से बार-बार तार टूटकर गिर जाते हैं। कई बार विभाग को तार बदलने को कहा गया परन्तु इस दिशा में बिजली विभाग लपरवाही हद को पार कर गया है जो बर्दास्त करने योग्य नहीं रहा है.
घटना की सूचना मिलते ही प्रखंड विकास पदाधिकारी मिन्हाज अहमद,अंचलाधिकारी विकास सिंह तथा पुलिस पदाधिकारी ने घटना स्थल पर पहुँच कर परिजन एवं आक्रोशित ग्रामीणों को समझा बुझा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. घटना स्थल पर मौजूद आलमनगर दक्षिणी पंचायत के मुखिया सुबोध ऋषिदेव, बड़गाँव निवासी रणविजय सिंह, राजकिशोर साह, जिला पार्षद प्रतिनिधि कमलेश्वरी साह, रमेश शर्मा, ब्रजेश कुमार, अरविन्द पटेल, प्रमोद कुमार मंडल सहित कई जनप्रतिनिधि और ग्रामीणें ने परिजनों को ढाढस बंधाया एवं अविलंब तार बदलवाने का आग्रह पदाधिकारियों से किया.
बताते चलें कि जर्जर विद्युत प्रवाहित तार गिरने से बड़गाँव के ही दो व्यक्ति की मौत घटना स्थल पर हो गई थी जबकि इटहरी के भ्रमरपुर बासा में एक व्यक्ति की मौत हुई थी. साथ हीं कुंजौरी पंचायत के भरखंड बासा में एक व्यक्ति सहित तीन भैंस इस जर्जर तार गिरने से चपेट में आने से असमय काल के ग्रास में समा गये थे. वहीं हाल में आलमनगर मधेपुरा मेन रोड में बड़ी बगीचा में हाईटेंशन तार गिरने की वजह से तीन दुधारू मवेशी की मौत हो गई थी.
पर हैरत की बात तो यह है कि अब तक कई घटनाऐं घट जाने के बाद भी 50 वर्ष पुरानी तार नहीं बदला गया है. आमलोगों को यह अंदेशा हमेशा बना रहता है कि पता नहीं कब उनकी बारी आ जायेगी.
(रिपोर्ट: प्रेरणा किरण)
हत्यारिन बनी बिजली की जर्जर तार (भाग-2): आलमनगर में एक परिवार ने बेटा खोया
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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August 01, 2017
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