
मालूम
हो कि मधेपुरा, पूर्णिया व भागलपुर जिले के बीच सीमा पर अवस्थित चौसा में
पुलिस की सक्रियता के बावजूद शराब विक्रेताओं अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं । कई
मजाक में कहते हैं कि शराब बिलकुल भगवान की तरह है, दिखता कही नहीं है पर बिकता
सभी जगह है। इससे पुलिस भी हैरान व परेशान है। चौसा पुलिस लगातार छापामारी कर भारी
पैमाने पर शराब बरामद कर रही है। लेकिन कानून के लचीलापन होने के कारण पुलिस
द्वारा गिरफ्तार विक्रेता या फिर शराबी शीघ्र ही जेल से बाहर आ जाते हैं। जेल से
बाहर आकर फिर वही काम शुरू कर दिया जाता है। लिहाजा शराब विक्रेता और पुलिस के बीच
चूहे बिल्ली का खेल चालू हो जाता है।
बीती रात
चौसा थानाध्यक्ष सुमन कुमार सिंह के नेतृत्व में भारी मात्रा में देशी शराब के साथ
एक शराब के तस्कर को 80 पाउच देशी शराब के साथ गिरफ्तार किया है जो पहले भी शराब
बेचने के जुर्म में जेल जा चुका है।
चौसा
थाना अध्यक्ष सुमन कुमार सिंह ने बताया कि चौसा थाना अंतर्गत पैना पंचायत के कुल्हरिया
बासा निवासी पंकज कुमार शर्मा को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह भारी मात्रा में
देशी शराब की पाउच को लेकर अपने साईकिल से घर की ओर जा रहा था । पुलिस को लगातार सूचना
मिल रही थी कि पंकज शर्मा जेल से बाहर आने पर पुन: शराब बेचने धंधा शुरू कर दिया
है। पंकज शर्मा ने पूछ ताछ के क्रम में बताया कि बिहारीगंज के जौतेली गांव के थोक विक्रेता
सर्वेश मरांडी के यहाँ से शराब लाकर अपना कारोबार करता है। चौसा थाना अध्यक्ष श्री
सिंह ने एक छापामारी दल का गठन किया जिसमे अवर निरीक्षक तेजनारायण सिंह, सहायक अवर निरीक्षक सच्चिदानंद सिंह, ग्रामीण पुलिस मृत्यंजय कुमार,
राजेश पासवान और मनोज कुमार को शामिल कर बिहारीगंज पुलिस के सहयोग से जौतेली गांव
पहुँच कर जाँच पड़ताल की।
चौसा
पुलिस ने बताया कि वर्ष 2016 के मई माह में 24 कार्टून में बंद शराब के साथ पंकज
शर्मा को गिरफ्तार किया गया था। बिहार में शराबबंदी के बाद चौसा पुलिस की पहली
कामयाबी पंकज शर्मा की गिरफ़्तारी से ही हुई थी। पुलिस ने पंकज शर्मा को गिरफ्तार
कर जेल तो भेज दिया, पर जल्द ही वह जेल से बाहर आ भी गया। जेल से बाहर आने पर फिर
से शराब बिक्री में संलिप्त हो गया।
पुलिस
अधीक्षक विकास कुमार ने कहा कि शराब तस्करों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई हो रही है।
तस्कर नए तरीके अपना रहे हैं। कई अहम सुराग मिले हैं। लगातार अभियान व छापेमारी
जारी है। तस्कर जो भी तरीके अपनाएगें पुलिस उनके मनसूबे को सफल नहीं होने देगी।
शराबी और शराब विक्रेता भारी मात्रा में शराब के साथ गिरफ्तार किये जा रहें हैं।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि न्यायिक प्रक्रिया के तहत शराब विक्रेता या
शराबी छुट कर बाहर आ रहें हैं। उन पर पुलिस की पैनी नजर हैं। पुलिस ने 14 ऐसे
मामले को चिन्हित किया है।जिसके जमानत को अस्वीकृति
के लिए न्यायालय को लिखा जायेगा। लेकिन यह बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह है कि पुलिस कड़ी
मेहनत से अभियुक्त को पकड़ कर जेल भेज ती है । अदालत से वह कुछ ही दिनों में छूट
जाता है।
मधेपुरा: जेल से छूटकर दुबारा शराब के धंधे में संलिप्त कारोबारी फिर गिरफ्तार
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
July 08, 2017
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