मैट्रिक की उत्तरपुस्तिकाओं की जांच का बैताल बार बार जाकर डार पर बैठ जा रहा है। सरकार शिक्षकों की मांगों को अनसुना कर रही है और शिक्षक हैं कि छात्रों के भविष्य की भी परवाह नहीं कर रहे हैं।
बहरहाल इस कशमकश का अपडेट यह है कि जिन परीक्षकों ने अपने अपने विद्यालय से विरमित होने के बावजूद मूल्यांकन कार्य में योगदान नहीं किया ,वैसे 305 शिक्षकों का वेतन बंद किये जाने का आदेश जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जारी किया है। जारी आदेश के अनुसार एस एन पी एम् विद्यालय केंद्र पर 12 और रास बिहारी विद्यालय केंद्र पर मात्र 6 परीक्षकों ने योगदान दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अब राज्य सरकार इस बात पर अमादा है कि किसी भी सूरत में मूल्यांकन कार्य कराना है। इसके लिए अब वैकल्पिक व्यवस्था यह भी की जा सकती है कि किसी भी स्नातक से उत्तरपुस्तिकाओं की जांच करा ली जाय। इसके लिए विचार विमर्श भी जारी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अब राज्य सरकार इस बात पर अमादा है कि किसी भी सूरत में मूल्यांकन कार्य कराना है। इसके लिए अब वैकल्पिक व्यवस्था यह भी की जा सकती है कि किसी भी स्नातक से उत्तरपुस्तिकाओं की जांच करा ली जाय। इसके लिए विचार विमर्श भी जारी है।
305 परीक्षको का वेतन बंद करने का आदेश जारी: मामला मूल्यांकन कार्य बहिष्कार का
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
April 11, 2017
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