मधेपुरा जिले के ख़राब पड़े सरकारी चापाकलों की मरम्मत के लिए निर्देश के बावजूद अकर्मण्यता प्रदर्शित करने पर जिलाधिकारी मु सोहैल ने पी एच इ डी के कार्यपालक अभियंता से स्पष्टीकरण पूछा है।
गर्मी के मद्देनज़र हर वर्ष चापाकलों की मरम्मत किये जाने का प्रावधान है। इसके लिए ख़राब चापाकलों की सूची बनाकर इस कंटिनजेंट प्लान को अनुमोदन हेतु विभाग भेज जाता है। लेकिन ऐसा अबतक नहीं किया गया है। जिलाधिकारी ने उन्हें निर्देश भी दिया था कि 15 से 20 अप्रैल तक सभी प्रखंडो में मरम्मत हेतु गैंग की प्रतिनियुक्ति करें और टेलीफोन के साथ एक नियंत्रण कक्ष बनावें ताकि मरम्मत हेतु सूचना दी जा सके। लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
जिलाधिकारी ने बताया है कि जिले में कुल 24 हजार 799 चापाकल हैं, जिसमे से छह हजार 499 चापाकल ख़राब पड़े हैं। ऐसी स्थिति में चापाकलों की मरम्मत नहीं होना खेदपूर्ण है। लिहाजा कार्यपालक अभियंता से यह स्पष्टीकरण पूछा गया है कि इस लापरवाही के लिए क्यों नहीं आपके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की अनुशंसा की जाय। इसके साथ ही उन्हें यह निर्देश दिया गया है कि 25 अप्रैल तक सभी ख़राब पड़े चापाकलों की सूची के साथ गैंग की प्रतिनियुक्ति की जाय ताकि चापाकलों की मरम्मत कर जलापूर्ति चालू रखी जा सके।

मधेपुरा में 24,799 चापाकलों में 6,499 ख़राब: डी एम ने पूछा स्पष्टीकरण
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
April 20, 2017
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