
यही तीनों हमारे समाज के सबसे बड़े अभिशाप हैं और जन अधिकार पार्टी इनके खिलाफ निर्णायक संघर्ष की एलान करती है। बेनामी संपत्ति के खिलाफ अब पार्टी आर-पार की लड़ाई लड़ेगी।
पटना में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती के मौके पर बड़ा-बड़ा आयोजन किया जा रहा है। हम आयोजकों से पूछना चाहते हैं कि क्या यह आयोजन कैश लेस हो रहा है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया एक बड़ी ताकत बन गयी है। इससे सरकार बन और बदल रही है। जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी सोशल मीडिया का इस्तेमाल एक ताकत के रूप में, एक हथियार के रूप में करना चाहिए।
श्री यादव ने कहा कि जनता के आशीर्वाद और आपके विश्वास ने हमें बड़ी ताकत दी है। हम इस ताकत का इस्तेमाल व्यवस्था बदलने के लिए करना चाहते हैं। जन अधिकार पार्टी अकेले जनता के अधिकारों की लड़ाई लड़ेगी। उन्होंने कहा कि नशामुक्ति के नाम पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मानव श्रृंखला का निर्माण करवाया। हम सरकार से पूछना चाहते हैं कि 6 हेलीकॉप्टर, 38 ड्रोन और सेटेलाइट के लिए पैसा कहां से आया। नीतीश ने जीविका, सेविका, छात्रों, अभिभावकों और सरकारी कर्मचारियों को जबरन मानव श्रृंखला में खड़ा कर दिया।
कर्पूरी ठाकुर की चर्चा करते हुए सांसद ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर एक मर्यादित इंसान थे। वे गरीबों की जिंदगी बदलना चाहते थे। आम आदमी के चेहरे पर मुस्कान देखना चाहते थे। जननायक आजीवन अभाव में रहकर दूसरों की खुशी के लिए राजनीति करते रहे। आज हम उनको नमन करते हैं, उनके प्रति हम श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि कर्पूरी जी के अनुयायियों ने ही उन्हें ठगा है। उनके नाम का इस्तेमाल कर वे अपनी सत्ता बचाते रहे हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसे लोगों ने पिछले कई सालों से बिहार के गरीबों को लूट कर अपनी बेनामी संपत्ति बना ली है। जिनके पास कभी चलने के लिए साइकिल नहीं होता था, नेता – मंत्री बनने के बाद उनके पास आकूत संपत्ति कहां से आ गई। ये सवाल न सिर्फ जन अधिकार पार्टी (लो) का है, सवाल उन सभी गरीब तबके के लोगों का है जिन्हें कर्पूरी जी का नाम आगे रख ठगा गया है।
इस बीच पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रेमचंद सिंह ने कहा कि शांतिपूर्ण मार्च कर रहे निहत्थे कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज की, जिसमें सैकड़ों कार्यकर्ता घायल हो गए। इस दौरान पुलिस ने महिला कार्यकर्ताओं का भी लिहाज नहीं किया। उन पर भी ठंड के बावजूद भी वाटर कैनन चलाया गया। वहीं, शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों में लगभग 30 कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनका इलाज पीएमसीएच में हो रहा है। इसके अलावा शांतिपूर्ण प्रदर्शन के बाद घर लौट रहे कार्यकर्ताओं जबरन गाडि़यों से उतार कर ना सिर्फ उनकी पिटाई की, बल्कि गाडियों को भी जब्त कर लिया। श्री सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज की निंदा की है और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
(ए.सं.)
पटना में जन अधिकार पार्टी के गरीब अधिकार मार्च पर पुलिस का लाठी चार्ज
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
January 24, 2017
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