बहुचर्चित
मानव श्रृंखला की तैयारी अंतिम चरण में हैं और कहें तो शराबबंदी के समर्थन में दुनियां
के इस सबसे बड़े मेले से निगाहें-चार होने में भी बस कुछ ही घंटे बच गए हैं.
बिहार और मधेपुरा में सभी प्रखंडों में मानव
श्रृंखला
को सफल बनाने के लिए इससे जुड़े लोगों ने पूरी ताकत झोंक दी है और निर्धारित रास्तों
पर ‘ह्यूमन चेन’ तैयारी पूरी कर ली गई है. जगह-जगह मोटरसायकिल
समेत विभिन्न प्रकार की रैलियां या अन्य तैयारी समेत कहीं कहैं इसकी सफलता के लिए हवन
तक किये जा रहे हैं.
श्रृंखला
को सफल बनाने के लिए इससे जुड़े लोगों ने पूरी ताकत झोंक दी है और निर्धारित रास्तों
पर ‘ह्यूमन चेन’ तैयारी पूरी कर ली गई है. जगह-जगह मोटरसायकिल
समेत विभिन्न प्रकार की रैलियां या अन्य तैयारी समेत कहीं कहैं इसकी सफलता के लिए हवन
तक किये जा रहे हैं.
मधेपुरा जिले के विभिन्न प्रखंड अंतर्गत
विभिन्न पंचायतों विभिन्न राजनीतिक के राजनीतिक संगठनों द्वारा शराबबंदी पर 21 जनवरी
को मानव श्रृंखला आयोजित करने हेतु जागरूकता रैली निकाल कर जागरुक करने का प्रयास
किया गया. बताया गया कि राज्य में 11292 किमी में बनने वाली मानव शृंखला का संदेश
पूरी दुनिया में जाएगा. अब लोग पूछेंगे कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी क्यों नहीं हो
सकती है.
पूर्ण शराबबंदी
की पूरे विश्व में हो रही सराहना: बिहार में शराबबंदी का कानून लागू है. शराबबंदी के
समर्थकों का कहना है कि यह मुख्यमंत्री द्वारा उठाया गया ऐतिहासिक कदम है. इस इलाके
में नवगछिया-पुरेनी उदाकिशनगंज वाया मधेपुरा-सहरसा-सुपौल-भपटियाही (158 किमी) की मानव
श्रृंखला होगी. नीतीश कुमार ने राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू करने का श्रेय
महिलाओं और बच्चों को दिया है जिनके प्रयास से ही उनकी सरकार यह निर्णय लेने में
सफल हो सकी और शराबबंदी में बिहार देश भर में एक मिसाल बनेगा.
जो
भी हो, एक बात तो तय है कि शराबबंदी का समर्थन तो होना ही चाहिए, ड्रोन कैमरा आकर
तैयार है और कल देखना है कि विश्व रिकॉर्ड बनाने के मानव श्रृंखला आने वाले बिहार के
लिए क्या सन्देश लेकर आती है.
ड्रोन तैयार है: वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने को आतुर चर्चित मानव श्रृंखला में बस चंद घंटे बाकी
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
January 20, 2017
Rating:
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