मधेपुरा जिले के घैलाढ़ पीएचसी में एक नवजात शिशु की हुई मौत के बाद हंगामे की स्थिति उत्पन्न हो गई. परिजनों का आरोप था कि चिकित्सक की लापरवाही से नवजात की मौत हुई है, जबकि अस्पताल प्रशासन परिजनों के द्वारा लगाए आरोपों को सिरे से खारीज कर रहा है.
मिली जानकारी के अनुसार बरदाहा पंचायत के चकला वार्ड नं. 6 की कविता कुमारी को एक दिन पहले पीएचसी में प्रसव पीड़ा के बाद भर्ती कराया गया. परिजनों का आरोप है कि जिस समय कविता को बेटी पैदा हुई उस समय पीएचसी में एक भी डॉक्टर मौजूद नहीं था. बच्ची की हालत एकाएक बिगड़ने लगी और डॉक्टर के नहीं रहने के कारण परिजन बिना रेफर के ही मरीज को एम्बुलेंस से सहरसा ले गए, जहाँ डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
बच्ची के मौत की जानकारी मिलते ही परिजन घैलाढ पीएचसी पहुँच कर हंगामा करने लगे. उनका आरोप था कि बच्ची के जन्म के समय यदि चिकित्सक अस्पताल में मौजूद रहते तो बच्ची की जान बच जाती. बताया गया कि उस वक़्त इमरजेंसी ड्यूटी डॉक्टर अमित कुमार की थी जो बिना किसी सूचना के अस्तपाल नहीं पहुंचे थे.बताते हैं कि बाद में जब एक अन्य चिकत्सक डॉ एसके मिश्रा अपनी ड्यूटी पर पहुंचे तो उनके साथ भी परिजन उलझ गए और बात मारपीट तक पहुँच गयी.
पीएचसी प्रभारी डॉक्टर आंनद कुमार भगत ने बताया कि इमरजेंसी में डॉ अमित की ड्यूटी थी, जो बिना सूचना के अनुपस्थित हैं. उसके विरुद्ध सिविल सर्जन को लिखा जाएगा.
(रिपोर्ट: विकास कुमार)
मिली जानकारी के अनुसार बरदाहा पंचायत के चकला वार्ड नं. 6 की कविता कुमारी को एक दिन पहले पीएचसी में प्रसव पीड़ा के बाद भर्ती कराया गया. परिजनों का आरोप है कि जिस समय कविता को बेटी पैदा हुई उस समय पीएचसी में एक भी डॉक्टर मौजूद नहीं था. बच्ची की हालत एकाएक बिगड़ने लगी और डॉक्टर के नहीं रहने के कारण परिजन बिना रेफर के ही मरीज को एम्बुलेंस से सहरसा ले गए, जहाँ डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
बच्ची के मौत की जानकारी मिलते ही परिजन घैलाढ पीएचसी पहुँच कर हंगामा करने लगे. उनका आरोप था कि बच्ची के जन्म के समय यदि चिकित्सक अस्पताल में मौजूद रहते तो बच्ची की जान बच जाती. बताया गया कि उस वक़्त इमरजेंसी ड्यूटी डॉक्टर अमित कुमार की थी जो बिना किसी सूचना के अस्तपाल नहीं पहुंचे थे.बताते हैं कि बाद में जब एक अन्य चिकत्सक डॉ एसके मिश्रा अपनी ड्यूटी पर पहुंचे तो उनके साथ भी परिजन उलझ गए और बात मारपीट तक पहुँच गयी.
पीएचसी प्रभारी डॉक्टर आंनद कुमार भगत ने बताया कि इमरजेंसी में डॉ अमित की ड्यूटी थी, जो बिना सूचना के अनुपस्थित हैं. उसके विरुद्ध सिविल सर्जन को लिखा जाएगा.
(रिपोर्ट: विकास कुमार)
मधेपुरा: नवजात की मौत के बाद हंगामा, पीएचसी पर लापरवाही के आरोप
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 14, 2016
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