सुपौल। एक सप्ताह पूर्व अपहृत 08 वर्षीय बालक को सहरसा जिले के बलबा ओपी क्षेत्र के बलुआहा गांव से बरामद किया गया. अपहृत के बरामद होने के साथ ही इस अपहरण मामले का पटाक्षेप हो चुका है.
इस हाईप्रोफाईल अपहरण कांड को सगा भाई ने अंजाम दिया था। हालांकि अपहरणकर्ता पुलिस गिरफ्त में आने से बच निकला. लेकिन पुलिस अपहरणकर्ता को गिरफ्तार करने के लिये लगातार कोशिश कर रही है.
ज्ञात हो कि राघोपुर थाना क्षेत्र के गणपतगंज स्थित नॉर्थ ईस्ट विलियम इंटर नेशनल प्राइभेट स्कूल से विगत एक सप्ताह पूर्व थाना क्षेत्र के धरहरा धत्ता टोला निवासी प्रो महेश्वर यादव का पुत्र वंशल कुमार का अपहरण कर लिया गया था. बालक 13 सितंबर को स्कूल में पढ़ने गया था. जहां से वंशल पढ़ कर शाम तक घर नहीं लौटा. बच्चे के पिता ने काफी खोजबीन किया लेकिन बच्चे का पता नहीं चला. जिसके बाद बालक के पिता ने राघोपुर थाना में आवेदन देकर पुत्र को बरामद करने की गुहार लगायी थी. थानाध्यक्ष चंद्रकांत गौरी ने तत्काल कांड संख्या 175/16 दर्ज कर घटना की छानबीन प्रारंभ कर दिया था. वहीं दूसरी तरफ अपहरण की घटना के दो दिन बीतने के बाद अपहृत बच्चे की पिता के मोबाइल पर अपराधी ने फोन कर 10 लाख रूपये फिरौती मांगते हुए बच्चे की ह्त्या की धमकी दी थी.
हैरत की बात यह है कि अपहरण की घटना को अंजाम देकर फिरौती का रकम मांगने वाला अपराधी अपहृत बालक का सगा भाई है. पीड़ित पिता का सबसे बड़ा पुत्र डंकल यादव था. दरअसल डंकल यादव एक अपराधी है जिनके ऊपर विभिन्न थानों में कई मुकदमा दर्ज है. डंकल महज कुछ दिन पूर्व सहरसा जेल से छूट कर बाहर निकला है. जिसने पैसे की लालच में सगा भाई के अपहरण की घटना को अंजाम दिया.
हालांकि सुपौल पुलिस की चुस्त-दुरूस्त कार्रवाई के कारण शातिर अपराधी अपने मंशा में कामयाब नहीं हो सका. थानाध्यक्ष ने बताया कि डंकल यादव की गिरफ्तारी के लिये पुलिस लगातार प्रयास कर रही है.
इस हाईप्रोफाईल अपहरण कांड को सगा भाई ने अंजाम दिया था। हालांकि अपहरणकर्ता पुलिस गिरफ्त में आने से बच निकला. लेकिन पुलिस अपहरणकर्ता को गिरफ्तार करने के लिये लगातार कोशिश कर रही है.
ज्ञात हो कि राघोपुर थाना क्षेत्र के गणपतगंज स्थित नॉर्थ ईस्ट विलियम इंटर नेशनल प्राइभेट स्कूल से विगत एक सप्ताह पूर्व थाना क्षेत्र के धरहरा धत्ता टोला निवासी प्रो महेश्वर यादव का पुत्र वंशल कुमार का अपहरण कर लिया गया था. बालक 13 सितंबर को स्कूल में पढ़ने गया था. जहां से वंशल पढ़ कर शाम तक घर नहीं लौटा. बच्चे के पिता ने काफी खोजबीन किया लेकिन बच्चे का पता नहीं चला. जिसके बाद बालक के पिता ने राघोपुर थाना में आवेदन देकर पुत्र को बरामद करने की गुहार लगायी थी. थानाध्यक्ष चंद्रकांत गौरी ने तत्काल कांड संख्या 175/16 दर्ज कर घटना की छानबीन प्रारंभ कर दिया था. वहीं दूसरी तरफ अपहरण की घटना के दो दिन बीतने के बाद अपहृत बच्चे की पिता के मोबाइल पर अपराधी ने फोन कर 10 लाख रूपये फिरौती मांगते हुए बच्चे की ह्त्या की धमकी दी थी.
हैरत की बात यह है कि अपहरण की घटना को अंजाम देकर फिरौती का रकम मांगने वाला अपराधी अपहृत बालक का सगा भाई है. पीड़ित पिता का सबसे बड़ा पुत्र डंकल यादव था. दरअसल डंकल यादव एक अपराधी है जिनके ऊपर विभिन्न थानों में कई मुकदमा दर्ज है. डंकल महज कुछ दिन पूर्व सहरसा जेल से छूट कर बाहर निकला है. जिसने पैसे की लालच में सगा भाई के अपहरण की घटना को अंजाम दिया.
हालांकि सुपौल पुलिस की चुस्त-दुरूस्त कार्रवाई के कारण शातिर अपराधी अपने मंशा में कामयाब नहीं हो सका. थानाध्यक्ष ने बताया कि डंकल यादव की गिरफ्तारी के लिये पुलिस लगातार प्रयास कर रही है.
वंशल अपहरण काण्ड: सगा भाई निकला भाई का अपहरणकर्ता
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 19, 2016
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