मधेपुरा जिला के आलमनगर प्रखण्ड के वीरेन्द्र कला भवन परिसर में कोशी के वरीय पत्रकार सह अधिवक्ता डा० देवाशीष बोस के निधन पर एक शोक सभा का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता प्रखण्ड के वरिष्ट नेता अम्बिका शर्मा ने किया.
उन्होने उपस्थित गणमान्य लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि डॉ. बोस के आकस्मिक निधन हो जाने के कारण प्रखण्ड ही नहीं बल्कि समूचे कोसी क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती है. वहीँ भाजपा प्रखण्ड अध्यक्ष सह अधिवक्ता सुबोध सिंह ने कहा कि 2008 के बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित कराने में बोस जी ने अहम भूमिका निभाई थी जिस वजह से कोसी क्षेत्र में बाढ़ से जो लाखों परिवार पीड़ित था उन्हें सहारा मिल पाया. बोस जी के निधन से इस क्षेत्र को असहनीय क्षति हुई है.
वहीं शोक सभा में जदयु अध्यक्ष सह बीस सूत्री अध्यक्ष राजेश्वर राय ने उपस्थित लोगों से कहा कि बोस एकदम निर्भिक पत्रकार व समाज सेवी थे. उन्होने जिन्दगी भर इस क्षेत्र के विकास के लिए तत्परता से काम किया था. वहीं जिला पार्षद सदस्या रेखा देवी ने कहा कि डा0 बोस जनता के सरोकार से जुड़े व्यक्ति थे. आकाशवाणी पर जब उनकी जीवंत आवाज गूंजती थी तब क्षेत्र के लोगों का दर्द जीवंत सुना जाता था. 2008 के बाढ़ में वे बाढ़ पीड़ितों के लिए जो पत्रकारिता का धर्म निर्वहन किए जिससे इस क्षेत्र के जन-जन उनकी नाम का चर्चा व्याप्त था. दैनिक हिन्दी के पूर्व पत्रकार निर्भय कुमार सिंह ने कहा कि पत्रकारों का वे सिरमौर थे. उनके आदर्श को इस क्षेत्र के सभी पत्रकार अपने जीवन में उतारें यही सच्ची उनके प्रति श्रद्धांजलि होगी. उन्होने कहा कि वे कलम के साथ-साथ वाक के भी धनी थे.
वहीं अम्बिका शर्मा, राजेश्वर राय, जिला परिषद सदस्या रेखा देवी, निर्भय कुमार सिंह, भाजपा अध्यक्ष सुबोध सिंह, आलमनगर दक्षिणी मुखिया सुबोध ऋषिदेव, ई0 नवीन कुमार, पूर्व मुखिया जनार्दन राय, शिवशंकर सिंह, चन्देश्वरी सिंह, सुनिल सिंह, सचेन्दर यादव, अधिवकता बी एन विवेका, मुखिया सतिश कुमार, शिक्षक रघुनंदन शर्मा, सोरभ कुमार, कृष्ण कुमार, सुनील भगत, मिथिलेश सिंह, परमदेव राम, कामेश्वर पासवान, पत्रकार अजय झा, सिकन्दर सुमन, ब्रजेश कुमार, संतोष झा, राजेश सिंह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे.
उन्होने उपस्थित गणमान्य लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि डॉ. बोस के आकस्मिक निधन हो जाने के कारण प्रखण्ड ही नहीं बल्कि समूचे कोसी क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती है. वहीँ भाजपा प्रखण्ड अध्यक्ष सह अधिवक्ता सुबोध सिंह ने कहा कि 2008 के बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित कराने में बोस जी ने अहम भूमिका निभाई थी जिस वजह से कोसी क्षेत्र में बाढ़ से जो लाखों परिवार पीड़ित था उन्हें सहारा मिल पाया. बोस जी के निधन से इस क्षेत्र को असहनीय क्षति हुई है.
वहीं शोक सभा में जदयु अध्यक्ष सह बीस सूत्री अध्यक्ष राजेश्वर राय ने उपस्थित लोगों से कहा कि बोस एकदम निर्भिक पत्रकार व समाज सेवी थे. उन्होने जिन्दगी भर इस क्षेत्र के विकास के लिए तत्परता से काम किया था. वहीं जिला पार्षद सदस्या रेखा देवी ने कहा कि डा0 बोस जनता के सरोकार से जुड़े व्यक्ति थे. आकाशवाणी पर जब उनकी जीवंत आवाज गूंजती थी तब क्षेत्र के लोगों का दर्द जीवंत सुना जाता था. 2008 के बाढ़ में वे बाढ़ पीड़ितों के लिए जो पत्रकारिता का धर्म निर्वहन किए जिससे इस क्षेत्र के जन-जन उनकी नाम का चर्चा व्याप्त था. दैनिक हिन्दी के पूर्व पत्रकार निर्भय कुमार सिंह ने कहा कि पत्रकारों का वे सिरमौर थे. उनके आदर्श को इस क्षेत्र के सभी पत्रकार अपने जीवन में उतारें यही सच्ची उनके प्रति श्रद्धांजलि होगी. उन्होने कहा कि वे कलम के साथ-साथ वाक के भी धनी थे.
वहीं अम्बिका शर्मा, राजेश्वर राय, जिला परिषद सदस्या रेखा देवी, निर्भय कुमार सिंह, भाजपा अध्यक्ष सुबोध सिंह, आलमनगर दक्षिणी मुखिया सुबोध ऋषिदेव, ई0 नवीन कुमार, पूर्व मुखिया जनार्दन राय, शिवशंकर सिंह, चन्देश्वरी सिंह, सुनिल सिंह, सचेन्दर यादव, अधिवकता बी एन विवेका, मुखिया सतिश कुमार, शिक्षक रघुनंदन शर्मा, सोरभ कुमार, कृष्ण कुमार, सुनील भगत, मिथिलेश सिंह, परमदेव राम, कामेश्वर पासवान, पत्रकार अजय झा, सिकन्दर सुमन, ब्रजेश कुमार, संतोष झा, राजेश सिंह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे.
(रिपोर्ट: प्रेरणा किरण)
डॉ० देवाशीष बोस के निधन पर आलमनगर में शोकसभा
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
August 25, 2016
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