संयुक्त छात्र संगठन का आंदोलन आमरण अनशन आज दूसरे दिन भी जारी रहा.
इससे पहले कल संयुक्त छात्र संगठन के दो वरीय छात्र नेताओं एआइएसएफ के विश्वविद्यालय प्रभार हर्ष वर्द्धन सिंह राठौर व एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव मनीष कुमार अनशन पर बैठ गए.
अनशन पर बैठने से पहले मनीष कुमार व हर्ष वर्द्धन राठौर ने विश्वविद्यालय परिसर स्थित भूपेंद्र बाबू के प्रतिमा पर जाकर माल्यार्पण किया. माल्यार्पण करने बाद छात्र नेता द्वय अनशन पर बैठे इस दौरान उपस्थित छात्रनेताओ ने अनशनकारी नेताओ को माला पहनाकर स्वागत किया. अनशन पर बैठे मनीष कुमार व हर्ष वर्द्धन सिंह राठौर ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन की तानाशाही चरम पर है जिसके कारण छात्र आंदोलन करो या मरो की स्थिति मे आ चुका है. जिसे अंजाम तक ले जाना संयुक्त छात्र संगठन अपना उदेश्य बना चुका है, संयुक्त छात्र संगठन की मांगे नही माने जाने तक आमरण अनशन जारी रहेगा.
छात्र नेताओ ने स्पष्ट किया कि इस किया कि इस बार जुमलों का वार कुलपति का नही चलेगा उन्हें संयुक्त छात्र संगठन के मांगो पर अमल करना होगा. छात्र नेताओ ने कहा की बीएड प्रवेश परीक्षा के परिणाम रद्द करने, एकेडमिक कैलेंडर लागू करने, डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह को वापस बुलाने, गर्ल्स को फ्री शिक्षा देने, वर्षो से जमे पदाधिकारीयो को हटाने सहित अन्य मांगो के समर्थन मे अनशन पर बैठे छात्र नेताओ ने कहा कि एक तरफ जहाँ अन्दर में अनशन जारी रहेगा वहीं सातों जिलो में विभिन्न संगठनो के संयुक्त आंदोलन को तेज किया जाएगा.
छात्र नेताओ ने कुलपति पर आरोप लगाया कि अपने दो वर्षो के कार्यकाल में उन्होंने सिर्फ जुमलों का प्रयोग किया है छात्र हित के प्राय: मामले लंबित पड़े हैं. छात्र नेताओ ने आरोप लगाया कि विगत दो वर्षो में परीक्षा विभाग की हालत काफी दयनीय हुई है जिसपर कुलपति द्वारा ध्यान नही दिया जाना दुखद है.
आमरण अनशन कार्यक्रम में छात्र समागम के विवि नेता अमोद कुमार, एआइएसएफ जिला अध्यक्ष मो0 वसीमुद्धीन, एसएफआई के सारंग तनय, छात्र समागम के महासचिव उद्धव कुमार एआइएसएफ के नीरज, हिमांशु, रंजन, फिरोज एनएसयूआई के निशांत यादव पूर्व राष्ट्रीय प्रतिनिधि प्रभात कुमार मिस्टर, अंशु ,मौसम, राहुल राज सहित अन्य छात्र मौजूद थे.
इससे पहले कल संयुक्त छात्र संगठन के दो वरीय छात्र नेताओं एआइएसएफ के विश्वविद्यालय प्रभार हर्ष वर्द्धन सिंह राठौर व एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव मनीष कुमार अनशन पर बैठ गए.
अनशन पर बैठने से पहले मनीष कुमार व हर्ष वर्द्धन राठौर ने विश्वविद्यालय परिसर स्थित भूपेंद्र बाबू के प्रतिमा पर जाकर माल्यार्पण किया. माल्यार्पण करने बाद छात्र नेता द्वय अनशन पर बैठे इस दौरान उपस्थित छात्रनेताओ ने अनशनकारी नेताओ को माला पहनाकर स्वागत किया. अनशन पर बैठे मनीष कुमार व हर्ष वर्द्धन सिंह राठौर ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन की तानाशाही चरम पर है जिसके कारण छात्र आंदोलन करो या मरो की स्थिति मे आ चुका है. जिसे अंजाम तक ले जाना संयुक्त छात्र संगठन अपना उदेश्य बना चुका है, संयुक्त छात्र संगठन की मांगे नही माने जाने तक आमरण अनशन जारी रहेगा.
छात्र नेताओ ने स्पष्ट किया कि इस किया कि इस बार जुमलों का वार कुलपति का नही चलेगा उन्हें संयुक्त छात्र संगठन के मांगो पर अमल करना होगा. छात्र नेताओ ने कहा की बीएड प्रवेश परीक्षा के परिणाम रद्द करने, एकेडमिक कैलेंडर लागू करने, डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह को वापस बुलाने, गर्ल्स को फ्री शिक्षा देने, वर्षो से जमे पदाधिकारीयो को हटाने सहित अन्य मांगो के समर्थन मे अनशन पर बैठे छात्र नेताओ ने कहा कि एक तरफ जहाँ अन्दर में अनशन जारी रहेगा वहीं सातों जिलो में विभिन्न संगठनो के संयुक्त आंदोलन को तेज किया जाएगा.
छात्र नेताओ ने कुलपति पर आरोप लगाया कि अपने दो वर्षो के कार्यकाल में उन्होंने सिर्फ जुमलों का प्रयोग किया है छात्र हित के प्राय: मामले लंबित पड़े हैं. छात्र नेताओ ने आरोप लगाया कि विगत दो वर्षो में परीक्षा विभाग की हालत काफी दयनीय हुई है जिसपर कुलपति द्वारा ध्यान नही दिया जाना दुखद है.
आमरण अनशन कार्यक्रम में छात्र समागम के विवि नेता अमोद कुमार, एआइएसएफ जिला अध्यक्ष मो0 वसीमुद्धीन, एसएफआई के सारंग तनय, छात्र समागम के महासचिव उद्धव कुमार एआइएसएफ के नीरज, हिमांशु, रंजन, फिरोज एनएसयूआई के निशांत यादव पूर्व राष्ट्रीय प्रतिनिधि प्रभात कुमार मिस्टर, अंशु ,मौसम, राहुल राज सहित अन्य छात्र मौजूद थे.
(नि.सं.)
करो या मरो: जारी रहा दूसरे दिन भी विश्वविद्यालय के खिलाफ संयुक्त छात्र संगठन का आमरण अनशन
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
August 02, 2016
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