बाबा ने ली जमीन के अन्दर कथित समाधि, देखने उमड़ी भीड़: आस्था के नाम पर नौटंकी

मधेपुरा जिले के चौसा प्रखंड के अरजपुर पश्चिमी पंचायत के भटगामा में आगामी 14 मार्च से शुभारंभ होने वाले श्री श्री 108 विष्णु यज्ञ एवं श्रीराम कथा महायज्ञ के 15 दिन पहले आज रविवार को प्रमोद बाबा ने 15 फीट जमीन के अंदर अपनी समाधि ले ली. यज्ञ स्थल पर बाबा को देखने के लिए उमड़ी भीड़ से चौसा-भागलपुर मुख्य मार्ग पर भटगामा के निकट जाम लगा रहा, जिससे आवागमन घंटो बाधित हो गया.
       मालूम हो कि आगामी 14 मार्च से पांच दिवसीय महायज्ञ भटगामा में आयोजित किया जा रहा है. महायज्ञ का मुख्य आर्कषण प्रमोद बाबा है, जो 15 दिन पूर्व आज रविवार को यज्ञ स्थल पर 15 फीट अंदर जमीनदोज होकर अपनी समाधि ले ली. प्रमोद बाबा का दावा है कि अगले 13 मार्च को वे जमीन के अंदर से बाहर निकल कर स्वयं  महायज्ञ का संचालन करेंगे. आज प्रमोद बाबा को देखने के लिए अपार श्रद्धालुओं की भीड़ जमा हो गई. जिसके कारण घंटो सड़क जाम रहा. बाबा के जमीनदोज होने के बाद ही लोगों की भीड़ हटी.
            आयोजन समिति के सदस्य दयानंद यादव, रमण कुमार यादव, पलटन यादव, विद्यानंद जायसवाल, श्यामल यादव, निरंजन यादव ने बताया कि पांच दिवसीय महायज्ञ का शुभारंभ आगामी 14 मार्च को कलश यात्रा से होगा. प्रमोद बाबा पिछले 12 वर्षो से निरंतर बिना अन्न-जल ग्रहण किये बगैर उपवास पर है. 24 घंटे में मात्र एक बार किसी भी समय एक ग्लास दूध लेते हैं.
    इस मौके पर उपस्थित प्रमोद बाबा के पिता उपेन्द्र यादव एवं माता पंचा देवी ने बताया कि प्रमोद पांच वर्ष की उम्र से ही वैराग्य धारण कर लिया है. प्रमोद भले ही मेरा पुत्र हो लेकिन उस पर अधिकार केवल ईश्वर का है. जमीनदोज होने के सवाल पर कहते हैं कि भगवान के बिना कुछ भी संभव नहीं है. बावजूद इसके प्रमोद बाबा को माता-पिता होने का आशीर्वाद है, उसे कुछ नहीं होगा और वे सकुशल बाहर आकर अपने भक्तों को दर्शन देंगे.

आस्था के नाम पर नौटंकी: इस पूरे मामले पर मधेपुरा टाइम्स ने पड़ताल की तो  विश्वस्त सूत्रों ने जमींदोज होने वाले जगह की जानकारी देते हुए बताया कि वहां 15 फीट लम्बा, उतना ही चौड़ा और उतना ही गहरा गड्ढा खोदा गया है और ऊपर से बांस का चचरी बनाकर उसपर से कपडा डालकर मिट्टी डाला गया है. किसी भी चमत्कार को खारीज करते हुए सूत्र बताते हैं कि गड्ढे की बनावट अन्दर ऑक्सीजन जाने के लिए पर्याप्त है, ये अलग बात है कि बाबा ने साधना के बल पर लम्बे समय तक उपवास का अभ्यास कर लिया है. जो भी हो, जिस देश में पत्थर के गणेश करोड़ों लोगों के हाथों से दूध पी सकते हैं तो उस देश में आस्था के नाम पर ऐसी नौटंकी आश्चर्य की बात नहीं.
    उधर चौसा के थानाध्यक्ष सुमन कुमार सिंह ने मधेपुरा टाइम्स को बताया कि उन्होंने बाबा को समाधि लेने से रोकना चाहा पर मौजूद भीड़ और महायज्ञ के आयोजकों ने आस्था का हवाला देते हुए बाबा को समाधि दिला दी. थानाध्यक्ष के सामने बाबा के माता-पिता और यज्ञ के आयोजकों ने लिखित रूप में यह कहा कि किसी भी तरह की बात होने पर वे लोग इसके जिम्मेवार होंगे. जबकि थानाध्यक्ष सिंह ने कहा कि किसी भी तरह की अप्रिय घटना होने पर वे आयोजकों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करेंगे.
(चौसा से लौटकर मुरारी सिंह)
बाबा ने ली जमीन के अन्दर कथित समाधि, देखने उमड़ी भीड़: आस्था के नाम पर नौटंकी बाबा ने ली जमीन के अन्दर कथित समाधि, देखने उमड़ी भीड़: आस्था के नाम पर नौटंकी Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on February 28, 2016 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.