‘बच्चे कच्चे घड़े के समान, उचित आकार में ढालें तो भविष्य सुन्दर’: खुला नया प्ले स्कूल

‘बच्चे कच्चे घड़े के समान होते हैं, ये आप पर निर्भर करता है कि आप उसे कौन से आकार में ढालना चाहते हैं. उचित आकार में ढालें तो भविष्य सुन्दर बनना तय है. इसके लिए जरूरी है कि बचपन से ही बच्चे की गतिविधि पर नजदीक से ध्यान दें और उसे सही दिशा में आगे बढ़ने को प्रेरित करें.’
    यह कहना है मधेपुरा जिला मुख्यालय में खुले नए ‘अनमोल बचपन’ प्ले स्कूल की निदेशिका सिमरन राज का. मधेपुरा मेन रोड में बड़ी दुर्गा मंदिर के पास नन्हे बच्चों को सही दिशा-निर्देश देने के उद्येश्य से खुले प्ले स्कूल की निदेशिका ने कहा कि वे छोटे बच्चों को सही दिशा निर्देश देने के साथ-साथ पठन-पाठन में भी रुचि पैदा करने की कोशिश करेंगी, ताकि बच्चे अपना भविष्य स्वयं संवारने की दिशा में आगे बढ़ सके. जानकारी दी कि विद्यालय में गरीब परिवार के बच्चों को 50% आरक्षण देने के साथ ही शुल्क माफ़ करने का भी प्रावधान है.
   स्कूल के उद्घाटन के मौके पर निदेशिका सिमरन राज के अलावे उप-निदेशिका अभिलाषा राज और प्रधानाचार्या स्वाति राज के अलावे कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.
‘बच्चे कच्चे घड़े के समान, उचित आकार में ढालें तो भविष्य सुन्दर’: खुला नया प्ले स्कूल ‘बच्चे कच्चे घड़े के समान, उचित आकार में ढालें तो भविष्य सुन्दर’: खुला नया प्ले स्कूल Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on February 23, 2016 Rating: 5

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