पिता के लिए फफककर रोया तो क़ानून के सम्मान में सर झुका: हत्या के आरोपी ने जेल से आकर पिता को दी मुखाग्नि

क़ानून भले ही गलत करने वालों के लिए सख्त हो जाए पर कई मौके पर कानून की संवेदनशीलता चर्चा करने लायक होती है.
          हत्या के आरोपी जेल में बंद एक व्यक्ति को उसके पिता की मृत्यु पर जेल से बाहर आकर मुखाग्नि देने का मौका दिया गया तो खुद हत्यारोपी की आँखें भर आई और क़ानून के लिए सर सम्मान से झुक गया.
मिली जानकारी के अनुसार मधेपुरा जिला के सिंहेश्वर थानाक्षेत्र के गेहुमनी निवासी वीरेंद्र यादव मार्च 2010 में हुई प्रमोद यादव की हत्या के सिलसिले में जेल में बंद है. जानकारी मिली कि आरोपी वीरेंद्र यादव के पिता मुनी लाल यादव (85 वर्ष) की मृत्यु सोमवार को रात्रि 1 बजे के आसपास हो गई थी. पिता की मौत की बात सुनते ही वीरेंद्र काफी आहत हुआ और अंतिम दर्शन के लिए तड़प उठा. न्याय के दरवाजे पर गुहार लगाईं तो वीरेंद्र यादव को मृत पिता के दाह संस्कार में शामिल होने का आदेश मिल गया.
      24 घंटे के लिए क़ानून ने वीरेंद्र को मोहलत दी और हथकड़ी में ही सही, वीरेंद्र ने पिता को मुखाग्नि देकर मृत आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना की. मौके पर आरोपी जहाँ पिता के लिए फफककर रो पड़ा वहीँ कानून के सम्मान में उसका सर झुक गया.
(रिपोर्ट: डॉ. आई.सी. भगत)
पिता के लिए फफककर रोया तो क़ानून के सम्मान में सर झुका: हत्या के आरोपी ने जेल से आकर पिता को दी मुखाग्नि पिता के लिए फफककर रोया तो क़ानून के सम्मान में सर झुका: हत्या के आरोपी ने जेल से आकर पिता को दी मुखाग्नि Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 13, 2016 Rating: 5

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