मधेपुरा में बीएसएनएल ब्रॉडबैंड सेवा हुई और बदतर, फोन तक नहीं उठाते हैं अधिकारी

‘भाई साहब नहीं लगेगा’. बीएसएनएल का फुल फॉर्म यदि लोगों ने यही रख दिया तो कोई गलत नहीं किया. भारत भर में ‘बीएसएनएल है बेस्ट’ का विज्ञापन देकर अपनी ही पीठ थपथपाने वाली भारत संचार निगम लिमिटेड सेवा के मामले में मधेपुरा में फटेहाल, बदहाल और दरिद्र है.
    खासकर यदि आप इंटरनेट की जरूरत या शौक रखते हैं और बीएसएनएल की ब्रॉडबैंड सेवा का उपयोग कर रहे हैं तो फिर आप इसकी सेवा की क्वालिटी से भलीभांति परिचित होंगे. हाल के वर्षों में जब घटिया सेवा के कारण लोगों ने बड़ी मात्रा में अपने लैंडलाइन फोन कटवा लिए तो भाग रहे ग्राहकों को लुभाने के लिए बीएसएनएल ने कई ऑफर देने शुरू किये. जैसे रात के नौ बजे से सुबह सात बजे तक किसी भी नेटवर्क पर लैंडलाइन से फ्री कॉल. पर ‘झांसे में न आयेगे, बीएसएनएल न अपनाएंगे’ की तर्ज पर ऑफर का कोई ख़ास फायदा इस इलाके में नहीं दिख रहा है. जब लगेगा ही नहीं, तो ऑफर कैसा?
    मधेपुरा में यदि आपकी लैंडलाइन सेवा बाधित हो जाती है और जब आप शिकायत 222000 पर फोन लगाकर करना चाहते हैं तो एक मरियल सी आवाज उधर से सुनाई देगी, ‘हैलोsssss...’ आप अपना नंबर लिखाकर पूरी बात कहना चाहते हैं, पर उधर से मानो वो सुनना ही नहीं चाहते हैं. आपकी ड्यूटी ख़तम, उनकी भी ड्यूटी आपका नंबर रजिस्टर पर लिखकर ख़त्म. ठीक करने वाले कब आयेंगे, इसकी कोई गारंटी नहीं. अधिकारी को फोन कीजिए, तो उठा ही लेंगे इसकी भी कोई गारंटी नहीं.
    मधेपुरा को पिछड़ा बनाकर रखने में बीएसएनएल की घटिया सेवा का भी कम योगदान नहीं. हर सेवा का तो ढूढ़ लिया, ब्रॉडबैंड सेवा का विकल्प ढूँढने में लगे हैं लोग.
(वि.सं.)
मधेपुरा में बीएसएनएल ब्रॉडबैंड सेवा हुई और बदतर, फोन तक नहीं उठाते हैं अधिकारी मधेपुरा में बीएसएनएल ब्रॉडबैंड सेवा हुई और बदतर, फोन तक नहीं उठाते हैं अधिकारी Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on December 11, 2015 Rating: 5

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