मधेपुरा रेल इंजन कारखाना: किसानों से साथ गतिरोध पर बात करने मधेपुरा पहुंची आयुक्त

मधेपुरा अतिथि गृह में रेल इंजन कारखाना निर्माण को लेकर आज कोसी प्रमंडलीय आयुक्त ने रेलवे अधिकारी सहित किसानों के साथ बैठक कर महत्वपूर्ण वार्ता की. अब आगामी 18 दिसम्बर को सहरसा में किसानों की मांग पर होगा फैसला. बता दें कि वर्षों से प्रस्तावित विद्युत् रेल इंजन कारखाना निर्माण कार्यों में जमीन देनेवाले किसानों को दिए जाने वाले मुआवजा को लेकर गतिरोध जारी है. कार्य में बाधक बने किसान लगातार अपनी मांगों को लेकर आन्दोलन करते आ रहे हैं.
         यह भी बताते चलें कि ग्रीन फील्ड विधुत रेल इंजन कारखाना निर्माण के लिए किसान और रेलवे के बीच लम्बे समय से चल रहे गतिरोध को दूर करने को लेकर बहाल मध्यस्थ (आर्बिट्रेटर) कोशी प्रमंडल की आयुक्त ने आज सैकड़ों किसान और रेलवे के अधिकारी से बात की. मधेपुरा जिला अतिथिगृह में आयोजित इस बैठक के दौरान डीएम और रेलवे के अधिकारी के साथ जिले के ए.डी.एम्. मो.अबरार आलम, एस.डी.एम् संजय कुमार निराला सहित कई आलाधिकारी मौजूद थे.
           बैठक में मौजूद किसानों की माने तो वर्तमान दर पर चार गुना मआवजा सहित अन्य मांगों पर आयुक्त ने सकारात्मक संकेत देते हुए मुहर लगा दी हैं. वहीँ जिला पदाधिकारी मो.सोहैल ने बताया कि किसानों की विभिन्न मांगें सुनी गई है और 15 दिसंबर तक उन्हें अपनी मांग लिख कर देने को कहा गया है. जिसपर गहन विचार के बाद 18 दिसंबर को आयुक्त महोदया का फैसला आ जाएगा और लम्बे समय से चले आ रहे किसानों की समस्याओं का निदान संभव हो जाएगा.
            वहीँ किसान अरविन्द कुमार यादव, किसान प्रकाश कुमार पिंटू यादव सहित दर्जनों किसानों ने आयुक्त महोदया के विचारों से अवगत होकर आगामी 18 दिसंबर को आने वाले फैसला का इंतजार करते हुए कहा कि हम सभी किसान इनके विचार से सहमत है अगर हमारी मांगे पूरी हो जाएगी तो हम लोगों को कोई परेशानी नहीं है हम लोग महोदया सहित जिलाधिकारी का सदैव आभारी रहेंगे और रेल इंजन कारखाना के निर्माण कार्यों में सहयोग भी प्रदान करेंगे.
           पाठकों को इस बात की जानकारी होगी कि मधेपुरा में विद्युत् रेल इंजन कारखाना की लागत 1860 करोड़ रूपये होगी और यह तीन साल में बनकर तैयार होगा. भारत सरकार का इस रेल इंजन के लिए फ्रांस की कंपनी अल्स्टॉम से समझौता हुआ है और फैक्ट्री बनने के बाद यहाँ से अगले ग्यारह साल में 800 रेल इंजन बनने की योजना है और ये इंजन  देश में बनने वाले किसी भी रेलवे इंजन से शक्तिशाली होंगे जिसकी क्षमता 12000 हॉर्स पॉवर होगी.
          मधेपुरा समेत कोसी के इलाके के लोग भी चाहते हैं कि किसानों के साथ अधिग्रहण मुआवजा पर बना गतिरोध जल्द समाप्त हो ताकि रेल इंजन फैक्ट्री के निर्माण के साथ ही यह पिछड़ा इलाका एक नए विकास के दौर में प्रवेश कर जाए.
मधेपुरा रेल इंजन कारखाना: किसानों से साथ गतिरोध पर बात करने मधेपुरा पहुंची आयुक्त मधेपुरा रेल इंजन कारखाना: किसानों से साथ गतिरोध पर बात करने मधेपुरा पहुंची आयुक्त Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on December 11, 2015 Rating: 5

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