बिहारीगंज में रेलवे परिसर के आवास व दुकानों से रेलवे के नाम पर अवैध वसूली

मधेपुरा जिला में पूर्व मध्य रेल के बिहारीगंज रेलवे परिसर में अवैध रूप से रह रहे दूकानदारों व वाहनों से राशि वसूली किये जाने का मामला इधर गरमाने लगा है. इस विवाद और तनाव में कभी भी किसी अप्रिय घटना की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है.
            बता दें कि बिहारीगंज रेलवे स्टेशन के  रेल परिसर में काफी वर्षों से कई गरीब लोग अपना धंधा कर परिवार चलाते हैं. इनमें से कई ऐसे हैं जिनके दुकान की रसीद भी कटती है और कई ऐसे भी हैं जिनके पास रेल विभाग द्वारा दिया गया फर्जी रसीद है. इन दुकानदारों को बनमनखी आई डबलू कार्यालय का चक्कर काटने पर भी आजतक सही रसीद नहीं दी गयी, जबकि कहा जाता है कि रसीद देने के नाम पर इनसे कुल मिलाकर लाखों वसूली की गयी थी. इसके अलावे दर्जनो ऐसे लोग भी हैं जो अवैध तरीके से घर बनाकर रह रहे हैं, जिनसे प्रतिमाह किराया के तौर पर एक तथाकथित ठेकेदार द्वारा राशि की वसूली की जाती है. यही नहीं यहाँ वाहन चालकों से प्रति खेप की दर से भी रसही वसूल की जाती रही है. चर्चा के मुताबिक़ उक्त संचालन में प्रशासन का सहयोग प्राप्त है. चर्चा यह भी है कि रेल के जुड़े लोगों में से कुछ तो इस अवैध कमाई के समर्थक हैं और कुछ इस अवैध कार्य के विरोध में हैं.          
    पर मंगलवार को रेल पुलिस फोर्स के इन्स्पेक्टर विद्यासागर पाण्डेय ने जब बिहारीगंज पहुंचकर ऐसे दुकानदारों को अविलंब दुकान हटाने व किसी भी सूरत में किसी को किसी प्रकार की राशि नहीं देने की चेतावनी दी तो दुकानदारों और अवैध वसूली के ठेकेदारों में ख़लबली मच गई.
    बता दें कि बिहारीगंज रेलवे स्टेशन कोशी इलाके काएक अति महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन माना जाता है, पर यह आज अवैध रूप से असामाजिक तत्वों के शिकंजे में है और शाम को यह शराबियों व जुआरियों का अडृा सा बन जाता है. इन्स्पेक्टर विद्यासागर पाण्डेय के अनुसार जल्द हीं उक्त रेल खंड को एक महीने के लिए आमान परिवर्तन के लिए बंद किया जाएगा उसी को देखते हुए तथा अन्य मुद्दों को ध्यान में रखकर वे बिहारीगंज आए थे और उचित निर्देश देकर जा रहे हैं.
(रिपोर्ट: रानी देवी)  
बिहारीगंज में रेलवे परिसर के आवास व दुकानों से रेलवे के नाम पर अवैध वसूली बिहारीगंज में रेलवे परिसर के आवास व दुकानों से रेलवे के नाम पर अवैध वसूली Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on December 10, 2015 Rating: 5

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