कीजिए मधेपुरा के बेहतरीन पंडालों और माँ दुर्गा की मूर्तियों के दर्शन, हमारे कैमरे से

जाहिर है हिन्दुओं बड़ा पर्व हो और श्रद्धालुओं की बड़ी भीड़ न हो, ऐसा संभव ही नहीं है. कल दुर्गापूजा की सप्तमी को माँ दुर्गा के पट खुलते ही भव्य मूर्तियों केदर्शन हेतु उमड़ी भीड़ आस्था का अनूठा प्रदर्शन था.



    आज अष्टमी के रोज अहले सुबह से ही माँ के दरबार में ‘खोंइछा’ भरने के महिलाओं की भीड़ भले ही नियंत्रित रही, पर लोग कहते हैं इस तरह की भीड़ उन्होंने पहले नहीं देखी. कारण बताते एक श्रद्धालु कहते हैं कि अष्टमी और नवमीं आज एक ही रोज पड़ा है और ‘खोंइछा’ भरने का समय भी निर्धारित है, शायद यही वजह है कि जिले भर में लाखों श्रद्धालु अपने पास के दुर्गा मंदिरों में उमड़ पड़े हैं.



    मंदिरों की मूर्तियाँ और बाहर के पंडालों की सजावट भी अद्भुत रहती है और लोगों को एकटक निहारने के लिए बेबस कर देते हैं. मधेपुरा जिला मुख्यालय की बात करें तो रेलवे स्टेशन परिसर, बड़ी दुर्गा मंदिर, मेन रोड तथा बंगला स्कूल के दुर्गा मंदिरों में भव्य मूर्तियों के साथ बड़े और सुन्दर पंडाल आकर्षण के केंद्र बने हुए हैं.



    कल विजयादशमी है और रावण वध भी यानि दुर्गापूजा और दशहरा. एक में माँ दुर्गे ने महिषासुर का वध किया है तो दूसरे में राम ने रावण का. माना जाता है कि बुराई पर अच्छाई के प्रतीक दोनों पर्व एक साथ मनाए जाते हैं.
कीजिए मधेपुरा के बेहतरीन पंडालों और माँ दुर्गा की मूर्तियों के दर्शन, हमारे कैमरे से कीजिए मधेपुरा के बेहतरीन पंडालों और माँ दुर्गा की मूर्तियों के दर्शन, हमारे कैमरे से Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on October 21, 2015 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.