मधेपुरा जिला के आलमनगर प्रखण्ड के गंगापुर पंचायत के कई गाँवों के ग्रामीणों द्वारा चुनाव के दौरान वोट का बहिष्कार के निर्णय की जानकारी पाकर डीएम मधेपुरा मो0 सोहैल ने हरजोड़ा घाट पहुँच कर उपस्थित ग्रामीणों की समस्या सुनकर उनसे मतदान करने की अपील तो की पर ग्रामीणों ने डीएम की एक भी बात मानने से इन्कार कर दिया और इस दौरान डीएम को भारी विरोध का सामना करना पड़ा. मौके पर महिलाओं ने जम कर विभिन्न समस्याओं को लेकर अपनी भड़ास निकालते हुए कुछ देर डीएम के काफिले का रास्ता अवरूद्ध कर दिया.
मिली जानकारी के अनुसार गंगापुर पंचायत के हरजोड़ा घाट, खरोवा बासा, भवानीपुर बासा, बलहा वासा, माड़वारी वासा एवं लुटना के ग्रामीणों ने सड़क एवं बिजली नहीं रहने के कारण अगामी विधानसभा सभा चुनाव में वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है. ये ग्रामीण अधिकारियों के समझाने पर भी नहीं मान रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि आजादी के इतने साल बीत जाने के बाद भी इस क्षेत्र में विकास का एक भी कार्य नहीं हो पाया है. ग्रामीण भीम मंडल, रधुनंदन साह, राजो राम, मनोज ऋषिदेव सहित अन्य ग्रामीणों ने डीएम मो0 सोहेल को बताया कि वर्ष 1985 में बिजली का पोल गाड़ा गया था परन्तु आजतक ययहाँ बिजली का तार भी नहीं लग पाया. वहीं ग्रामीण गुड़ीया देवी मीना देवी, सीता देवी आदि का कहना था कि आजतक उनलोगों को सड़क नसीब नहीं हो पाया है. जनप्रतिनिधि प्रत्येक बार सिर्फ वोट लेने के लिए आते हैं एवं आश्वासन देकर चले जाते है.
डीएम मो. सोहैल ने उपस्थित ग्रामीणों को चुनाव के बाद हरहाल में बिजली उपलब्ध कराने और सड़क निर्माण का आश्वासन दिया. उन्होंने मतदान करने की अपील करते हुए किसी प्रत्याशी के पसंद न आने पर नोटा का प्रयोग करने का भी सुझाव दिया.
(रिपोर्ट: प्रेरणा किरण)
मिली जानकारी के अनुसार गंगापुर पंचायत के हरजोड़ा घाट, खरोवा बासा, भवानीपुर बासा, बलहा वासा, माड़वारी वासा एवं लुटना के ग्रामीणों ने सड़क एवं बिजली नहीं रहने के कारण अगामी विधानसभा सभा चुनाव में वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है. ये ग्रामीण अधिकारियों के समझाने पर भी नहीं मान रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि आजादी के इतने साल बीत जाने के बाद भी इस क्षेत्र में विकास का एक भी कार्य नहीं हो पाया है. ग्रामीण भीम मंडल, रधुनंदन साह, राजो राम, मनोज ऋषिदेव सहित अन्य ग्रामीणों ने डीएम मो0 सोहेल को बताया कि वर्ष 1985 में बिजली का पोल गाड़ा गया था परन्तु आजतक ययहाँ बिजली का तार भी नहीं लग पाया. वहीं ग्रामीण गुड़ीया देवी मीना देवी, सीता देवी आदि का कहना था कि आजतक उनलोगों को सड़क नसीब नहीं हो पाया है. जनप्रतिनिधि प्रत्येक बार सिर्फ वोट लेने के लिए आते हैं एवं आश्वासन देकर चले जाते है.
डीएम मो. सोहैल ने उपस्थित ग्रामीणों को चुनाव के बाद हरहाल में बिजली उपलब्ध कराने और सड़क निर्माण का आश्वासन दिया. उन्होंने मतदान करने की अपील करते हुए किसी प्रत्याशी के पसंद न आने पर नोटा का प्रयोग करने का भी सुझाव दिया.
(रिपोर्ट: प्रेरणा किरण)
वोट बहिष्कार कर रहे ग्रामीणों को समझाने गए डीएम का विरोध: मामला आलमनगर का
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 31, 2015
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