जिले भर के पीएचसी को यदि रेफर करने का केंद्र कहा जाय तो अतिश्योक्ति नहीं होगी. पर यदि सदर अस्पताल मधेपुरा भी इसी तरह करने लगे तो यह प्रश्न उठना लाजिमी है कि क्या जिले का सबसे बड़ा अस्पताल भी सुविधा विहीन है?
मधेपुरा के सिंहेश्वर-गम्हरिया मार्ग पर स्कूल से लौट रही 16 वर्षीया छात्रा की मौत ट्रैक्टर से कुचलने के कारण हो गई. मिली जानकारी के अनुसार कटैया निवासी राजेंद्र यादव की पुत्री ममता कुमारी साईकिल पर स्कूल से लौट कर अपने घर कटैया जा रही थी. उसी क्रम में पीछे से अनियंत्रित एक ट्रैक्टर ने ममता को ठोकर मार दी. ट्रैक्टर से कुचलने के कारण छात्रा बुरी तरह घायल हो गई. पीएचसी सिंहेश्वर ने बेहतर चिकित्सा के लिए घायल छात्रा को सदर अस्पताल मधेपुरा भेजा, जहां से उसे सहरसा रेफर कर दिया गया. सहरसा ले जाने के क्रम में ही छात्रा ने दम तोड़ दिया. सवाल उठता है कि चिकित्सक द्वारा बेहतर चिकित्सा के नाम रेफर पर रेफर कर और कितने मासूमों की जान ली जायेगी? क्या मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए एक बार मानवीय आधार पर ही सुविधा युक्त जगह जगह पर ईलाज के लिये नहीं भेजने की सलाह दी जा सकती है? इस बारे में ना तो चिकित्सक कुछ कहने को तैयार है, ना ही सरकारी नुमाइंदे. वहीं नेताओं के लिए तो ऐसे मसले महज राजनीति करने के लिए होते हैं.
मधेपुरा के सिंहेश्वर-गम्हरिया मार्ग पर स्कूल से लौट रही 16 वर्षीया छात्रा की मौत ट्रैक्टर से कुचलने के कारण हो गई. मिली जानकारी के अनुसार कटैया निवासी राजेंद्र यादव की पुत्री ममता कुमारी साईकिल पर स्कूल से लौट कर अपने घर कटैया जा रही थी. उसी क्रम में पीछे से अनियंत्रित एक ट्रैक्टर ने ममता को ठोकर मार दी. ट्रैक्टर से कुचलने के कारण छात्रा बुरी तरह घायल हो गई. पीएचसी सिंहेश्वर ने बेहतर चिकित्सा के लिए घायल छात्रा को सदर अस्पताल मधेपुरा भेजा, जहां से उसे सहरसा रेफर कर दिया गया. सहरसा ले जाने के क्रम में ही छात्रा ने दम तोड़ दिया. सवाल उठता है कि चिकित्सक द्वारा बेहतर चिकित्सा के नाम रेफर पर रेफर कर और कितने मासूमों की जान ली जायेगी? क्या मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए एक बार मानवीय आधार पर ही सुविधा युक्त जगह जगह पर ईलाज के लिये नहीं भेजने की सलाह दी जा सकती है? इस बारे में ना तो चिकित्सक कुछ कहने को तैयार है, ना ही सरकारी नुमाइंदे. वहीं नेताओं के लिए तो ऐसे मसले महज राजनीति करने के लिए होते हैं.
रेफर, रेफर, रेफर: अस्पतालों में सुविधा के अभाव में इस बार एक छात्रा ने दम तोड़ा
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 11, 2015
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Namste ishwar sir mai manish frm mumbai. aaj jo new maine dekha mujhe bahut dukh hua hai, is prblm ka koi thos solution nikaliye sir. sab hospital me galat ho raha hai.
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