स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले मधेपुरा के जिलाधिकारी में जब सरकारी स्कूलों तथा एनी जगहों का औचक निरीक्षण किया तो एक स्कूल में बच्चों से काम कराते देख जिलाधिकारी बिगड़ गए.
मामला सिंहेश्वर प्रखंड क्षेत्र के जजहट सबैला के उत्क्रमित मध्य विद्यालय का था. जिलाधिकारी मो० सोहैल वहां सिंहेश्वर प्रखंड के निरीक्षण के बाद लौटने के क्रम में अचानक पहुंचे थे. पहले तो जिलाधिकारी सिंहेश्वर प्रखंड कार्यालय की स्थिति को देखकर नाराज हुए. प्रखंड कार्यालय के भवन की स्थिति दयनीय थी. जहाँ एक किवाड़ टूटा हुआ था वहीं कई कमरों में अधेरा था. जिलाधिकारी ने अधिकारीयों से कहा कि जब विकास के फंड सरकार से आते हैं तो फिर कार्यालय की स्थिति स्वतंत्रता दिवस से ठीक पहले इतनी ख़राब क्यों है. उन्होंने अधिकारियों को भवन के रंग-रोगन समेत कई अन्य आवश्यक निर्देश दिए.
लौटने के क्रम में जब जिलाधिकारी जजहट सबैला के उत्क्रमित मध्य विद्यालय पहुंचे तो वहां बच्चों से काम कराया जा रहा था. जिसे देखकर जिलाधिकारी प्रधानाध्यापक पर बिगड़ गए. कहा कि विकास के नाम पर स्कूलों में खर्च करने के लिए राशि मिलती है तो क्यों नहीं मजदूर रखकर साफ़-सफाई कराया जा रहा है? स्कूल में आज मध्यान्ह भोजन भी बंद था. बताया गया कि चावल ख़त्म हो गया था. जिलाधिकारी ने बच्चों से पूछा तो पता चला कि कल तक उन्हें मध्यान्ह भोजन दिया गया था. हालाँकि स्कूल में शिक्षकों की उपस्थिति सही थी.
मामला सिंहेश्वर प्रखंड क्षेत्र के जजहट सबैला के उत्क्रमित मध्य विद्यालय का था. जिलाधिकारी मो० सोहैल वहां सिंहेश्वर प्रखंड के निरीक्षण के बाद लौटने के क्रम में अचानक पहुंचे थे. पहले तो जिलाधिकारी सिंहेश्वर प्रखंड कार्यालय की स्थिति को देखकर नाराज हुए. प्रखंड कार्यालय के भवन की स्थिति दयनीय थी. जहाँ एक किवाड़ टूटा हुआ था वहीं कई कमरों में अधेरा था. जिलाधिकारी ने अधिकारीयों से कहा कि जब विकास के फंड सरकार से आते हैं तो फिर कार्यालय की स्थिति स्वतंत्रता दिवस से ठीक पहले इतनी ख़राब क्यों है. उन्होंने अधिकारियों को भवन के रंग-रोगन समेत कई अन्य आवश्यक निर्देश दिए.
लौटने के क्रम में जब जिलाधिकारी जजहट सबैला के उत्क्रमित मध्य विद्यालय पहुंचे तो वहां बच्चों से काम कराया जा रहा था. जिसे देखकर जिलाधिकारी प्रधानाध्यापक पर बिगड़ गए. कहा कि विकास के नाम पर स्कूलों में खर्च करने के लिए राशि मिलती है तो क्यों नहीं मजदूर रखकर साफ़-सफाई कराया जा रहा है? स्कूल में आज मध्यान्ह भोजन भी बंद था. बताया गया कि चावल ख़त्म हो गया था. जिलाधिकारी ने बच्चों से पूछा तो पता चला कि कल तक उन्हें मध्यान्ह भोजन दिया गया था. हालाँकि स्कूल में शिक्षकों की उपस्थिति सही थी.
औचक निरीक्षण में स्कूली बच्चों से काम कराते देख हेडमास्टर पर बिगड़े डीएम
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
August 14, 2015
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