हद है, जिले में क्या हो रहा है अधिकाँश लोगों को
कुछ समझ में नहीं आ रहा. हर तरफ मानो अराजक माहौल तैयार हो रहा है. मानो दबंगों का
राज कायम होता दिख रहा है.
मधेपुरा
जिला के चौसा पीएचसी से एक तो डॉक्टर नदारद रहते हैं, ऊपर से एक डॉक्टर पर एक
स्वास्थ्यकर्मी ने गंभीर आरोप लगाकर चर्चा का विषय बना दिया है. प्राथमिक
स्वास्थ्य केन्द्र चौसा के कार्यपालक सहायक नीतीश कुमार ने चौसा के प्रभारी
चिकित्सा पदाधिकारी को एक आवेदन देकर कहा है कि पीएचसी में पदस्थापित आयुष डॉक्टर
उपेन्द्र नारायण दिवाकर उसे बिना किसे कारण के जाति सूचक शब्द एवं अन्य अमर्यादित
शब्द कहकर प्रताड़ित करते हैं और कहते हैं ज्यादा बोलोगे तो हाथ पैर तोड़कर घर बैठा
देंगे, यह चौसा है, यहाँ जो बोलते हैं, करते चलो, नहीं तो यहाँ से भगा देंगे. पीड़ित ने डॉक्टर को दबंग बताते हुए न्याय की गुहार लगे है.
कार्यपालक
सहायक नीतीश कुमार ने आवेदन की प्रतिलिपि सिविल सर्जन, जिलाधिकारी, मधेपुरा,
क्षेत्रीय निदेशक स्वास्थ्य सेवायें तथा मुख्य सचिव, स्वास्थ्य सेवायें, बिहार
पटना को भी सूचनार्थ भेजा है.
दूसरी
तरफ सम्बंधित चिकित्सक इन आरोपों को बेबुनियाद बताते हैं. (वि० सं०)
डॉक्टर दलित स्वास्थ्यकर्मी को जातिसूचक शब्द कहकर करते हैं प्रताड़ित !
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
June 19, 2015
Rating:
No comments: