मधेपुरा जिला मुख्यालय में पश्चिमी बाय पास रोड
स्थित आनंद हॉस्पिटल पर आज एक महिला रोगी के परिजनों ने जमकर हंगामा किया. बता दें
कि इससे पहले कल हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ० राजेन्द्र गुप्ता के क्लिनिक पर भी
परिजनों ने हल्ला किया था, जिसे बाद में मैनेज कर लिया गया.
आनंद
हॉस्पिटल पर हुए हंगामे के दौरान मधेपुरा जिले के मुरलीगंज प्रखंड क्षेत्र के
परमानंदपुर के जयशंकर कुमार ने हॉस्पिटल के मुख्य चिकित्सक डॉ० आर० के० पप्पू पर
आरोप लगाते हुए कहा कि गत रात पेट दर्द की शिकायत पर चिकित्सक ने उनकी 62 वर्षीया
माँ प्रमिला देवी का ऑपरेशन जांच के बाद शुरू किया. पर पेट खोलने के बाद डॉक्टर ने
कहा कि यहाँ ऑपरेशन सफल नहीं हो सकेगा, इसे कहीं बाहर ले जाइए. मरीज के पुत्र का
यह भी आरोप था कि डॉक्टर ने उनसे कहा कि यह बात किसी को बताइयेगा नहीं, हम आपकी
फीस वापस कर देते हैं.
डॉक्टर
द्वारा पेशेंट की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए परिजन गणेश कुमार यादव और प्रवेश यादव
ने बताया कि 11 बजे रात के बाद से डॉ० आर० के० पप्पू क्लिनिक पर नहीं आये हैं और
मरीज को भी नहीं देखा गया है. हालाँकि क्लिनिक पर मौजूद कंपाउंडर ने कहा कि मरीज
का ध्यान वे लोग रख रहे हैं और उसे बाहर ले जाने की सलाह दी गई है.
जानकारी
दी गई कि बाद में पेशेंट को परिजन बेहतर इलाज के लिए बाहर लेकर चले गए. हालाँकि
चिकित्सक की तरफ से किसी प्रकार की लापरवाही से इनकार किया गया है.
कल हुआ था डॉ० राजेन्द्र गुप्ता
के क्लिनिक पर हंगामा: इसी तरह कल जिला मुख्यालय के कर्पूरी चौक के पास हड्डी
रोग विशेषज्ञ डॉ० राजेन्द्र गुप्ता के क्लिनिक पर भर्राही ओपी के जीवछपुर निवासी
सत्यनारायण पंडित
की पत्नी की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया था. उनका आरोप था कि कमर की हड्डी टूटने के बाद डॉ० राजेन्द्र गुप्ता ने उसका ऑपरेशन किया था, पर कंपाउंडर के द्वारा सूई लगाने के बाद महिला की मौत हो गई थी. परिजनों का यह भी आरोप था कि बाद में क्लिनिक के स्टाफ के द्वारा उनके साथ मारपीट कर दी गई थी.
की पत्नी की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया था. उनका आरोप था कि कमर की हड्डी टूटने के बाद डॉ० राजेन्द्र गुप्ता ने उसका ऑपरेशन किया था, पर कंपाउंडर के द्वारा सूई लगाने के बाद महिला की मौत हो गई थी. परिजनों का यह भी आरोप था कि बाद में क्लिनिक के स्टाफ के द्वारा उनके साथ मारपीट कर दी गई थी.
हालाँकि
चिकित्सक ने यहाँ भी अपने पर लगाये आरोपों को अस्वीकार करते कहा था कि महिला की मौत हार्ट अटैक
से हुई थी और उनके स्टाफ के द्वारा किसी से साथ दुर्व्यवहार नहीं किया गया था.
मैनेज करने को तैयार रखे जाते
हैं दबंग: मधेपुरा में परिजनों के द्वारा डॉक्टरों के खिलाफ लापरवाही के आरोप के बावत
जब भी रोगी के परिजन हंगामा करते है, तब कुछ स्थानीय दबंग किस्म के लोग और डॉक्टर के 'हितैषी' पूरे मामले
को रफा-दफा करने अचानक से उजागर हो जाते हैं. ये परिजनों को पैसे का प्रलोभन और
कभी-कभी डरा-धमका कर भी मामले को शांत कर देते हैं. सूत्रों का मानना है कि इन ‘दबंग दलालों’ का भी इस काम में अपना कमीशन
होता है. कई मामले में पुलिस को भी मिलाने के प्रयास होते हैं. बाद में परिजनों के
द्वारा ‘मैनेज्ड’ होकर अपनी बात वापस लेने की
घटना सामने आती है और बिना ठोस आवेदन के कार्यवाही करने में पुलिस भी अपनी अक्षमता
दिखाती है. (वि० सं०)
मधेपुरा के एक निजी क्लिनिक पर हंगामा: कल भी लगे थे एक क्लिनिक पर आरोप
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
June 28, 2015
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