
आज मधेपुरा जिले के चौसा में बिजली
कनेक्शन और मीटर की जांच करने गए उदाकिशुनगंज के बिजली एसडीओ निजामुल होदा और जेई संजीव
सिंह को उस समय मंहगा पड़ गया जब ग्रामीणों और व्यवसायियों ने इन लोगों का जमकर
विरोध कर दिया. लोगों का आरोप था कि एसडीओ स्थानीय बिजली मिस्त्री के सिखाने-पढ़ाने
पर उपभोक्ताओं के घर बिना सूचना दिये घुसकर
बिजली चोरी की जाँच करने लगे. लोगों ने गलत तरीके से जांच करने का आरोप लगाकर जांच
का विरोध शुरू किया.
मिली जानकारी के अनुसार अधिकारी नहीं
माने तो लोगों ने बिजली एसडीओ जमकर विरोध करते हो-हल्ला शुरू कर दिया. एसडीओ वहाँ से
भागकर बिजली पावर हाउस चले गए, जहाँ सैकड़ो लोग पहुंचकर उसे घंटों बंधक बनाकर रखा.
घटना की सूचना पाकर बीडीओ मिथिलेश बिहारी वर्मा, थानाध्यक्ष सुनील कुमार
भगत, पूर्व
बीस सूत्री अध्यक्ष अम्बिका गुप्ता, डॉ. नरेश ठाकुर निराला, मुखिया श्रवण कुमार पासवान आदि ने
ग्रामीणों और व्यवसायियों को समझा बुझाकर शांत कराया तब एसडीओ मुक्त हुए. उधर श्री
हादा का कहना था कि हम सिर्फ लोगों से बिजली की समस्या के बारे में पूछ रहे थे कि
लोग उग्र हो गए. जबकि ग्रामीणों और व्यवसायियों का कहना था कि सिर्फ जांच से काम नही
चलेगा. बेहतर सेवा दीजिए और पुराने बिजली के तारों को तुरंत बदलिए. एसडीओ श्री होदा
का कहना था कि लोगों की समस्याएं सुनी गई हैं, हम जल्द समाधान करेंगें.
बता दें कि चौसा के कई इलाकों में जर्जर तारों की वजह से आये दिन
दुर्घटना होती रहती है.
बिजली एसडीओ को बिजली चोरी की जाँच पड़ा महंगा: ग्रामीणों ने बनाया बंधक
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
May 15, 2015
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