‘खाना भाभी के हाथ का ही खाइयेगा’: हत्या से पूर्व मृतक के मोबाइल में दर्ज हुई बातें बनी सुराग: कृषि समन्वयक हत्याकांड में एक और बड़ी गिरफ्तारी
मधेपुरा जिले के मुरलीगंज थानाक्षेत्र में सिंहेश्वर
मेला के दौरान हुई कृषि समन्वयक की हत्या में मामले में उस अभियुक्त को गिरफ्तार
करने में मुरलीगंज पुलिस ने अहम सफलता हासिल कर ली है जिसने साजिस रचकर मृतक को
घटनास्थल पर बुलाया था.
तकनीक
का इस्तेमाल करते हुए मुरलीगंज पुलिस ने जब गत 22 फरवरी को मुरलीगंज थानाक्षेत्र
के दीनापट्टी रेलवे हॉल्ट के पास कृषि समन्वयक जय कुमार ज्वाला की गोली लगने के
बाद हुए मौत के पश्चात उनका मोबाइल खंगालना शुरू किया तो हत्या के पीछे की बड़ी
कहानी करीब करीब सामने आ गई थी. मृतक के मोबाइल में ऑटो कॉल रिकार्डर इंस्टाल होने
के कारण हत्या से पूर्व की गई सारी बातें पुलिस को पता चल गई थी. जय कुमार ज्वाला
को गोली मोहन यादव और सुशील यादव ने जमीन विवाद के कारण मारी थी जबकि भर्राही
ओपीक्षेत्र के बूढ़ी गाँव के गजेन्द्र यादव में मृतक को घटनास्थल तक बुलाया था.
मुरलीगंज
थानाध्यक्ष मुकेश कुमार मुकेश ने बताया कि घटना से पूर्व गजेन्द्र ने सिंहेश्वर
में मेला ड्यूटी कर रहे जय कुमार ज्वाला को कॉल कर बुलाया था तो जय कुमार ने कहा
था कि मैंने खाना नहीं खाया है, खाकर आता हूँ. पर हत्यारे शायद इस बात से आशंकित
थे कि यदि सुबह हो गई तो साजिस नाकाम हो सकती है. गजेन्द्र ने जय कुमार को फोन पर
कहा कि यहीं आइये आराम से भाभी के हाथ का खाना ही खाइयेगा. जय कुमार का भरोसा
उसकी मौत की वजह बन गया.
पुलिस
ने जहाँ गोली मारकर हत्या को अंजाम देने वाले मोहन यादव औए सुशील यादव को पहले ही
गिरफ्तार कर लिया, अब गजेन्द्र यादव की गिरफ्तारी के बाद तीनों मुख्य अभियुक्त
सलाखों के पीछे हो गए. (नि० सं०)
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Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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April 18, 2015
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