मधेपुरा के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा
कि बिहार में लूट के अलावे, लूट की संस्कृति के अलावे कुछ नहीं है. यहाँ नेता और
पदाधिकारियों का गठजोड़ है और दोनों रावण और कंस की तरह हैं. दोनों के गठजोड़ का
जबतक सर्वनाश नहीं होगा तब तक जनता का और समाज का भला नहीं हो सकता. लूटने और ठगने
के खिलाफ जब तक लोग गोलबंद नहीं होंगे तब तक लूट की संस्कृति बंद नहीं होगी.
पत्रकारों के यह पूछने पर कि रावण कौन है और कंस कौन है, सांसद ने पहले कहा कि दोनों
एक-दूसरे से कम नहीं है. उन्होंने कहा कि रावण नेता को और कंस पदाधिकारी को मान लीजिए.
मधेपुरा
के सांसद पप्पू यादव आज जिला मुख्यालय के कला भवन के सामने किसानों के द्वारा एक
दिवसीय सामूहिक उपवास को संबोधित करने आये थे. संबोधन के बाद उन्होंने मधेपुरा टाइम्स
के द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में उक्त बातें कहीं.
किसानों की हालत दलित और मजदूरों
से भी बदतर: इससे पहले सांसद ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि देश में किसानों की
हालत दलित और मजदूरों से भी बदतर है. मजदूरों को तो खैरात में राजनीति की दो वक्त
की रोटी मिल भी जाती है, पर किसानों को बाढ़, बेमौसम बरसात, आंधी-तूफ़ान का सामना
करना पड़ता है और आग में जलना पड़ता है. खेती को उद्योग का दर्जा मिले और किसानों को
अपनी लागत और मुनाफे के अनुसार फसल की कीमत लगाने का अधिकार मिले तब ही देश में
किसानों की स्थिति सुधर सकती है. किसानों के लिए लड़ाई का शंखनाद मधेपुरा की धरती
से होगा.
(सुनें इस वीडियो में क्या कहा सांसद पप्पू यादव ने,
यहाँ क्लिक करें.)
‘बिहार में लूट के अलावे कुछ नहीं, नेता रावण और पदाधिकारी कंस’: पप्पू यादव
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 25, 2015
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