‘आब केना रहबै हो, दुश्मनमा घर उजाइर देलकै’: पत्नी को पहले से थी कृषि समन्वयक के हत्या की आशंका

मधेपुरा-पूर्णियां एन एच 107 पर मुरलीगंज के दिनापट्टी हॉल्ट के समीप शनिवार की देर रात अज्ञात अपराधियों द्वारा गोली मारने से 48 वर्षीय कृषि समन्वयक डा० जय कुमार ज्वाला की मौके पर ही मौत हो गई. मृतक वह कुमारखंड प्रखंड में के रूप में कार्यरत था. बताया गया कि विभागीय आदेशानुसार उनकी तैनाती उन दिन सिहेश्वर मेले में की गई थी. शनिवार की देर रात मेले से घर लौट रहें डा० जय कुमार ज्वाला को दीनापट्टी हॉल्ट के पास कुछ अज्ञात अपराधियों ने उसे रोक कर गोली चला दी गोली उनके कमर में लगने से उनकी मौत वही हो गई.
        मृतक जय कुमार की पत्नी सबनम देवी ने बताया कि उसका मायके मुरलीगंज प्रखंड के ही कटहरवा गाँव हैं जहाँ उनके जमीन में ही पूर्व से घर बना कर कटहरवा गाँव का ही मोहन कुमार रह रहा था. उसी जमीनी विवाद को लेकर अक्सर मृतक जय कुमार व उनके ससुर के साथ मोहन का लडाई झगडा होते रहता हैं. ज्ञात हो कि मृतक जय कुमार को ससुराल में साला नहीं रहने के कारण दोनों ही परिवार का वह अकेला वारिस था. जमीन के लोभ लालच में आकर मोहन से बराबर लडाई होती रहती थी. उनकी पत्नी सबनम देवी ने मोहन कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मोहन ने पूर्व में भी उनके पति जय कुमार व उनके पिता को जान से मार डालने की धमकी दी थी. अपने पति की मौत की खबर सुनते ही उनके पूरे परिवार में सन्नाटा छा गया. उनकी पत्नी रो-रो कर चिल्लाती थी कि आब कैना रहबे हो बाप, दुशमन सब हमरा घर के उज्जार दलके.
मृतक जय कुमार पूर्व में गाँव में थोड़ा बहुत डॉक्टरी व एलआईसी एजेंट के रूप में कार्य कर अपना परिवार चलाता था. वर्तमान में वह  संविदा के आधार पर कृषि समन्वयक के रूप में कुमारखंड में कार्यरत था. मृतक जयकुमार को तीन लडकी क्रमशः 10, 12,14 वर्ष एवं एक 15 वर्षीय लडका है. घटना के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि थानाध्यक्ष मुकेश कुमार मुकेश ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है.
‘आब केना रहबै हो, दुश्मनमा घर उजाइर देलकै’: पत्नी को पहले से थी कृषि समन्वयक के हत्या की आशंका ‘आब केना रहबै हो, दुश्मनमा घर उजाइर देलकै’: पत्नी को पहले से थी कृषि समन्वयक के हत्या की आशंका Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on February 22, 2015 Rating: 5

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