इस कड़ाके की ठंढ में मधेपुरा के बी० एन० मंडल विश्वविद्यालय में आज सीनेट
की बैठक में उस समय वातावरण गर्म हो गया जब प्रधानमंत्री का नाम लेने पर जदयू और
भाजपा विधायक आपस में भिड गए. बाद में कुलपति के हस्तक्षेप के बाद दोनों विधायक हुए
शांत.
बता दें कि मधेपुरा के बी० एन० मंडल
विश्वविद्यालय में आज सिनेट की चल रही थी. बैठक में कटिहार के प्राणपुर विधानसभा क्षेत्र
के भाजपा विधायक द्धारा प्रधानमंत्री का नाम जैसे ही लिया गया वैसे ही बैठक में मौजूद
मधेपुरा के सिंहेश्वर विधान सभा के जदयू विधायक रमेश ऋषिदेव आग-बबूला हो उठे और दोनों
में जुबानी जंग शुरू हो गई.
प्राणपुर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा
विधायक बिनोद कुमार सिंह ने कहा कि कुलपति डा० विनोद कुमार की मंशा काम करने की
है, जैसे देश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकास के रास्ते पर ले जा रहे हैं.
उम्मीद है मोदी जी के कार्यकाल में मंडल विश्वविद्यालय भी तरक्की के रास्ते पर
रहेगा.
भाजपा विधायक बिनोद कुमार सिंह ने
संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री का नाम क्या लिया, बस बैठक में उपस्थित मधेपुरा के सिंहेश्वर
विधान सभा क्षेत्र के जदयू विधायक रमेश ऋषिदेव भड़क उठे और फिर इस कड़ाके की ठंढ में
मीटिंग हॉल का वातावरण गर्म हो गया. जदयू नेता का कहना था कि राज्य में जदयू की
सरकार विकास कार्य कर रही है और नाम ले रहे हैं मोदी का. भाजपा विधायक ने जवाब में
कहा कि विश्वविद्यालय के विकास के लिए केन्द्र सरकार यूजीसी के माध्यम से राज्य को
पैसा देती है. वैसे भी नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री हैं, यदि प्रधानमंत्री का नाम
मैंने ले ही लिया तो क्या गुनाह किया? इसके बाद भाजपा के समर्थन में भाजपा विधायक
तारकेश्वर प्रसाद और आलोक रंजन भी हंगामे में सरीक हो गए जबकि जदयू विधायक के
समर्थन में राजद विधायक प्रो. चंद्रशेखर शामिल हो गए.
स्थिति बिगड़ते देख कुलपति ने बीच-बचाव
करते हुए कहा कि ये विधानसभा नहीं है. ये सीनेट की बैठक है और यहाँ हम अनुशासन
रखें तो अच्छा रहेगा. कुलपति के द्वारा शांत कराने के बाद बैठक की आगे की कार्रवाई
प्रारंभ हो सकी.
उधर आज के विवाद पर भाजपा पंचायती राज मंच
के जिलाध्यक्ष आभाष आनंद झा ने कहा कि प्रधानमंत्री के नाम पर बवाल खड़ा करना जदयू
विधायक की ओछी मानसिकता को दर्शाता है. सीनेट की बैठक में विश्वविद्यालय का 6 अरब 24
करोड 54 लाख 93 हजार 33 रुपये का बजट पास किया गया.
बिहार
में विधानसभा चुनाव इसी साल होने हैं और ऐसी स्थिति में नेताओं का अभी से ताव में आना
लाजिमी है, पर सीनेट की बैठक को चुनावी अखाड़ा बनाने वाले नेतागण छात्रहित में
विश्वविद्यालय को कोई बड़ा सहयोग कर पाते हैं, इसमें संदेह है.
[Key Word: B.N.M.U., Madhepura News, Senate Meeting]
मोदी के नाम पर सीनेट की बैठक में भिड़े भाजपा और जदयू विधायक: कुलपति ने पढ़ाया अनुशासन का पाठ
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
January 17, 2015
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मेरे जन्म से पहले स्थापित हुई इस विश्वविद्यालय की कहानी मई बचपन से सुनता आया हूँ की इस विश्वविद्यालय के अंतर्गत पढाई कम और राजनीति जायदे होती हैं. लोग इसे भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय से कम और बदनाम विश्वविद्यालय से जायदे जानते हैं.जिस तरह की घटना पिछले दिनों घटी उससे लगता है की ये माननीय सीनेट की बैठक में नहीं विधानसभा सत्र में बैठे हो. विधानसभा में क्षेत्र की समस्या की खातिर इनका मुंह तो नहीं खुलेगा. लेकिन यहाँ देखिये कहेंगे हमारी उठक-बैठक तो प्रधानमंत्री के साथ ही होती हैं. जबकि ये सच्चाई कोशों दूर हैं. मई कहता हूँ ये नेता प्रधानमंत्री के पी.ए. तक से बात/मिल नहीं सकते हैं. अंत मेरा कहना है की कम से कम कोई काम नाही कर सकते तो उसे बिगाड़ मत.
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