
मिली
जानकारी के अनुसार करीब 48 वर्षीय शाखा प्रबंधक बीरेन्द्र कुमार सिन्हा आलमनगर के
खाड़ा निवासी थे और हाल में उन्होंने पूर्णियां के मधुबनी में अपना घर बना लिया था.
छत पर
पड़ी लाश को देखने से लगता था कि स्व० सिन्हा के कान से रक्तस्राव हुआ था. फिलहाल
पुलिस का अंदाजा है कि ब्रेन हेमरेज होने की वजह उनकी मौत हुई होगी. वैसे उदाकिशुनगंज
के एसडीपीओ रहमत अली ने बताया कि पुलिस हर बिंदु पर शाखा प्रबंधक बीरेन्द्र कुमार
सिन्हा के मौत की जांच कर रही है.
पर
परिजनों के पहुँचने और उनके दावों के अनुसार ये मामला हत्या का है.
क्या हैं वो बिंदु जिससे मामला हत्या का लगता है?:
- शाखा प्रबंधक की लाश छत पर मच्छरदानी के अंदर पाई गई, मानो मृतक छत पर सो रहा हो. ठंढ के इस मौसम में छत पर सोने की बात पर विश्वास करना सहज मुमकिन नहीं लगता.
- लाश के कान से खून बहा देख ब्रेन हेमरेज का अंदाजा लगाना भी संदेहास्पद है क्योंकि मृतक के गर्दन पर रस्सी का निशान प्रतीत होता है, जो हत्या की आशंका जाहिर करता है. परिजनों का भी कहना है कि गर्दन पर ऐसा दाग पहले मौजूद नहीं था.
- घर के सारे दरवाजे खुले हुए बताये गए हैं. कोई व्यक्ति यदि रात में सोने जाएगा तो वह घर के दरवाजों को बंद जरूर करेगा.
- ब्रांच मैनेजर के कमरे में शराब की कई बोतलें पाई गई हैं. ये इस बात की आशंका को भी बल देता है कि रात में जान-पहचान के लोगों के साथ शराब का दौर चला हो और हत्यारा उसी में से कोई हो.
- घर में कुछ भी रूपये नहीं थे. एक शाखा प्रबंधक कम से कम एक-दो हजार रूपये भी घर में या पैंट की जेब में रखेगा ही. बैक के लॉकर या अन्य हिसाब भी अपडेट हैं.
- मृतक की पत्नी के अनुसार उनकी पति से रोज ही बात होती है, पर रात से वह उनके मोबाइल पर कॉल कर रही है, पर रात या सुबह में कॉल रिसीव नहीं किया गया. यानि मौत रात में ही हो सकती है.
कुल मिलाकर पोस्टमार्टम के बाद
क्या तथ्य सामने आते हैं, अब इस बात पर बहुत कुछ निर्भर करता है, पर मिलनसार
स्वभाव के मृतक शाखा प्रबंधक बीरेन्द्र की मौत ब्रेन हेमरेज से हुई है या फिर ये
हत्या का मामला है, अब इसका खुलासा करने की जिम्मेवारी पुलिस की बनती है.
मधेपुरा में बैंक के शाखा प्रबंधक की मौत: ब्रेन हेमरेज या हत्या?
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
November 12, 2014
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