मेरे ही चुनाव प्रबंधन में रेणु ने पशुपालन माफिया आर. के. राणा को हराया था: विजय कुशवाहा: मधेपुरा चुनाव डायरी (25)
|वि० सं०|03 अप्रैल 2014|
मधेपुरा में चुनावी दंगल में इस बार ऊंट किस करवट
बैठेगा, ये तो वक्त के गर्भ में 16 मई तक छुपा हुआ है, पर प्रत्याशियों के
दावे-प्रतिदावे अब खुल कर सामने आ रहे हैं. लगातार जनसंपर्क से वोटरों को अपनी ओर
आकर्षित करने का प्रयास कर रहे भाजपा प्रत्याशी विजय कुमार सिंह कुशवाहा कहते हैं
कि वे 1974 में जेपी के भाषण से प्रभावित होकर करप्शन के खिलाफ मैं राजनीति में
कूद पड़ा था.
श्री कुशवाहा से जब हमने पूछा कि
जनता क्यों आपको वोट करे, तो भाजपा प्रत्याशी कहते हैं कि उस समय मैं समता पार्टी
का अध्यक्ष हुआ करता था. उस समय 1998 के चुनाव में शकुनी चौधरी और 1999 में रेणु
कुशवाहा मेरी ही अध्यक्षता में लोकसभा का चुनाव जीती थी. बाद में रेणु कुशवाहा
बिहारीगंज से विधायक बनी. मेरे ही चुनाव प्रबंधन में रेणु ने पशुपालन माफिया आर.
के. राणा को हराया था. तब से लगातार मैं इस इलाके में राजनीतिक रूप से सक्रिय रहा.
वर्ष 2008 की बाढ़ में न सिर्फ मैं बिहारीगंज क्षेत्र बल्कि जो क्षेत्र मेरा नहीं
था, जैसे मुरलीगंज के क्षेत्र में भी मैं बाढ़ पीडितों की सेवा में लगा रहा. इलाके
की सेवा में कौन थे, कौन नहीं, ये यहाँ की जनता जानती है.
भाजपा में शामिल होने के मुद्दे पर विजय कुशवाहा कहते हैं कि आज
पाकिस्तान जैसा छोटा सा देश हमारे सैनिकों के सर काट कर ले जाता है और चीन लगातार
हमारी सीमा में घुसता जा रहा है और केन्द्र सरकार मौन धारण किये हुए है. ऐसे में
मुझे लगा कि आज देश को बचाने के लिए नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की आवश्यकता है और
मैं भाजपा में आ गया. श्री कुशवाहा कहते हैं कि मधेपुरा की जनता के विश्वास पर खड़ा उतारकर मधेपुरा का विकास करूँगा और कोशी का
मान बढ़ाऊंगा.
जनता किस प्रत्याशी पर कितना
भरोसा करती है ये तो उनके मन में है. आगे देखना है कि कौन सा प्रत्याशी कितने
वोटरों का दिल जीत पाता है और 2014 में मधेपुरा के एमपी की कुर्सी पर कौन का शख्स
काबिज हो पाता है.
सुनें इस वीडियो में विजय
कुशवाहा को, यहाँ क्लिक
करें.
मेरे ही चुनाव प्रबंधन में रेणु ने पशुपालन माफिया आर. के. राणा को हराया था: विजय कुशवाहा: मधेपुरा चुनाव डायरी (25)
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
April 03, 2014
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