महापर्व छठ का अनुष्ठान हमारे-आपके घर में शुरु हो
गया है
। मैंने तो घर में घाट जाने से मना कर दिया है । घर की छत पर ही सूर्य को अर्ध्य देंगे
। फिर भी,बड़ी संख्या घाट पर
जाने वालों की होगी । परेशानी नहीं, ताजा हालात में बहुत सजग/सचेत होने की जरुरत है । आतंक
की चुनौती
है,व्यवस्था की दिक्कत है
। ध्यान रखें,बिहार पुलिस को आतंक/आपात
स्थितियों से जूझने में महारत हासिल नहीं है । मुखिया अभयानंद लगे हैं,स्वयं नीतीश कुमार भी जगे हैं । बावजूद, स्वयं को सतर्क रखें ।
सुरक्षित छठ को संकल्प
लें कि न तो घाट पर और न ही आने-जाने के रास्ते में कोई पटाखा
फोड़ेंगे । दूसरे को भी ऐसा करने से रोकें । पुलिस बल के लिए संभव नहीं कि प्रत्येक की तलाशी हो । पटाखे की आवाज हाजिर
समय में किसी अफवाह का शक्ल ले
सकती है । अफवाह भगदड़ की सबसे बड़ी वजह होती है । सो,न तो अफवाह फैलाना है और न ही फैलने देना है । कोशिश करें
कि घाट समय से काफी पहले पहुंचें,ताकि भीड़ के
दबाव में न तो आप,न ही परिवार फंसे । अर्ध्य के बाद वापसी में धैर्य रखें । थोड़ा वक्त गुजरने दें ।
भीड़ कम हो,तभी निकलें । बच्चों
के साथ आ-जा रहे लोग तो भीड़ में बिलकुल न फंसें । प्रशासन और
पूजा समिति की उद्घोषणा को सुनते रहें और बताये का पालन करें ।
घाट
पहुंच जाने के बाद अपने दउरा-सूप का ध्यान ठीक से रखें । नजर रखें,आसपास कोई लावारिश दउरा-सूप न हो ।
झोला-झोली पर भी निगाहें रखनी है । जहां कुछ
लावारिश दिखे,स्पर्श न करें । फौरन प्रशासन के अधिकारियों को खबर दें । संदिग्ध किस्म के लोगों पर भी नजर रखनी है
। इनकी पहचान आप थोड़ी
सक्रियता के साथ आसानी से कर सकते हैं । आपके आसपास कम उम्र का कोई ऐसा व्यक्ति,जो अकेला हो
और किसी से घुल-मिल न रहा हो, पहचाने रखें ।
राज्य
प्रशासन अर्ध्य के वक्त निर्बाध बिजली की व्यवस्था को सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है । बावजूद इसके किसी कारण से
अचानक बिजली कट जाये, तो घबड़ायें नहीं । हड़बड़ाहट घटना-दुर्घटना का कारण
बनती है । विश्वास रखें, व्यवस्था बहाल हो जायेगी । हां,प्रशासन को
घाट किनारे और पार्किंग की
जगह लगने वाली गाडि़यों पर भी तेज निगाह रखनी होगी । ध्यान पहले से रखना होगा कि कोई लावारिश गाड़ी तो नहीं खड़ी
है । देश के विभिन्न हिस्सों में
घटित आतंकी वारदातों में गाडि़यों का इस्तेमाल होता रहा है ।
2013 का छठ बिहार में ज्यादा
चुनौतीपूर्ण इसलिए भी है, क्योंकि 27 अक्टूबर को
पटना में हुए सीरियल ब्लास्ट के सभी आरोपी अब तक पकड़े नहीं गये हैं । ठीक है,एनआईए दबोचने
में लगी है । पर, सच से मुकरा नहीं जा सकता कि गांधी
मैदान में बम प्लांट करने वाले तीन-चार आतंकी सुरक्षित ठिकाने तक पहुंचने में सफल रहे हैं । आईएम के बिहार माड्यूल के
जांच-विशेषज्ञ मानते हैं कि तुरंत
विस्फोट करने का मादा नहीं है, फिर भी
सजग/सचेत रहने में बुराई कैसी ।
अंत में, छठ पर्व की शुभकामनाएं ।
ज्ञानेश्वर वात्स्यायन,
पटना
(लेखक बिहार के वरिष्ठ
पत्रकार हैं.)
महापर्व छठ: सजग रहें !
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
November 06, 2013
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