सर ! मेरे गाँव में सभी चोर हैं और ये है तकनीक....

|आर.एन.यादव|15 सितम्बर 2013|
शुक्रवार को पुलिस-पब्लिक के हत्थे चढ़े तीनों डिक्की-तोड़-चोर ने कई ऐसे खुलासे भी किये हैं जिन्हें जानकार आप चौंक जायेंगे. कटिहार जिले के कोढा थाना के जुराबगंज के इन तीनों अपराधियों रतन लाल यादव, सूरज यादव तथा किरण यादव ने पुलिस से कहा कि उसके गाँव में सभी चोर ही हैं. चोरी करना उनलोगों खानदानी पेशा है.
      हालाँकि मधेपुरा पुलिस को इनके द्वारा दिए गए सूचना पर पूरी तरह से भरोसा नहीं है और पुलिस अपने स्तर से तहकीकात कर रही है, पर गिरफ्तार चोरों से इनके द्वारा अपराध करने के तरीके का भी खुलासा हुआ है. बताया गया कि बैंक के सामने ये चोर ये देखते हैं कि कोई व्यक्ति मोटरसाइकिल खड़ी कर बैंक घुसता है या नहीं. जैसे ही व्यक्ति बैंक में घुसता है, ये शातिर उनकी डिक्की पर एक केमिकल लगा देता है. बैंक से रूपये लेकर उपभोक्ता जब रखने के लिए डिक्की खोलता है तब उसके हाथ में केमिकल सटने की वजह से खुजली होने लगती है और हाथ धोने की जरूरत महसूस होने लगती है. व्यक्ति जब हाथ धोने इधर-उधर जाता है तब उसी समय ये डिक्की तोड़ कर रूपये निकाल लेते हैं.
      तो सावधान मधेपुरा ! आप रूपये रखने के बाद अपनी गाड़ी छोड़कर कहीं नहीं जाएँ, वर्ना ये चोर आपकी गाढ़ी कमाई को कर सकते हैं पल भर में गायब.
सर ! मेरे गाँव में सभी चोर हैं और ये है तकनीक.... सर ! मेरे गाँव में सभी चोर हैं और ये है तकनीक.... Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on September 15, 2013 Rating: 5

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