|संतोष भारतीय|16 जुलाई 2013|
लंबी नौकरी से रिटायर करने के बाद भी एक शिक्षक का
लूट से मोह नहीं गया और उसने स्कूल के भवन निर्माण के लिए आई हुई राशि को फर्जी
हस्ताक्षर कर बैंक से निकाल लिया. बाद में जब स्कूल के शिक्षा समिति के सचिव ने
पासबुक अपडेट कराया तो पूरे फर्जीवारे का खुलासा हो गया.
मामला
मधेपुरा जिले के मठाही के बगल के भान मध्य विद्यालय का है जिसके प्रधानाध्यापक
सूर्य नारायण राम गत 31 मई को रिटायर हुए. सहरसा जिले के पतरघट थाना में गोलमा पंचायत
के पिपरा निवासी रिटायरमेंट के दिन ही उन्होंने ग्रामीण बैंक मठाही से 95 हजार
रूपये सचिव का जाली हस्ताक्षर कर चेक के माध्यम से (चेक संख्यां.290341, दिनांक. 29.05.2013, दीपक कुमार के नाम से ) निकाल लिया. यह राशि स्कूल भवन के निर्माण के लिए
आई हुई थी. उसके बाद भी जब उनका मन नहीं भरा तो फिर 26 जून को उन्होंने 65 हजार
रूपये (चेक संख्यां 290344, दिनांक 14.06.2013, ए० कुमार के नाम से) निकाल लिए.
हालांकि
इसी बीच में विद्यालय शिक्षा समिति के सचिव की सहमति से 13 जून को भी 22 हजार
रूपये निकाले गए थे. निकाली गई यह राशि भी अवैध निकासी मानी जायेगी क्योंकि
सम्बंधित चेक पर हेडमास्टर ने रिटायर होने के बाद हस्ताक्षर किये थे. यही नहीं, हेडमास्टर
साहब पर ये भी आरोप है कि उन्होंने अभी तक अपना चार्ज रिपोर्ट भी नहीं सौंपा है और
स्कूल भवन का निर्माण कार्य रिटायर होने के बाद भी करवा रहे हैं.
मामले
का खुलासा होने पर जब विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष विक्रम मंडल और सचिव अनीता
देवी ने जब बैंक जाकर जांच पड़ताल की तो मामले के पीछे रिटायर किये हेडमास्टर सूर्य
नारायण राम के हाथ होने का पता चला. हालाँकि मौखिक रूप से शिक्षक ने भी अपनी गलती
स्वीकार की है.
मामला
लिखित में बैंक में दर्ज करा दिया गया है.
रिटायर्ड हेडमास्टर का फर्जीवारा: जाली हस्ताक्षर कर निकाले लाखों रूपये
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
July 16, 2013
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