मिथिला पेंटिंग की साधिका महासुन्दरी देवी के निधन से शोक की लहर


|अरविन्द श्रीवास्तव|04 जुलाई 2013|
फ्रांस के विश्वप्रसिद्ध पेंटर पिकासो ने बिहार की महासुन्दरी देवी के बारे में लिखा था कि लोग मुझे बड़ा कलाकार मानते हैं पर मैं जब आपकी कला को देखता हूँ तो पाता हूँ कि आप मुझसे बड़ी कलाकार हैं.

      भारत सरकार द्वारा पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित मधुबनी की महासुन्दरी देवी का 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया है. उनके निधन से देश भर के कला प्रेमियों में शोक की लहर फ़ैल गई है.

मिथिला पेंटिंग’ (मधुबनी पेंटिंग) में अमिट छाप छोड़ने वाली पद्मश्री महासुंदरी देवी का नही रहना कला जगत के लिए किसी सदमें से कम नहीं है..। उन्होंने 1961 से ही अपनी कला से दुनिया को अचंभित करना शुरू कर दिया था.. राज्य स्तर से राष्ट्रीय स्तर तक 28 पुरस्कार प्राप्त कर चुकी इस हस्ती को विनम्र श्रद्धांजलि !
मिथिला पेंटिंग की साधिका महासुन्दरी देवी के निधन से शोक की लहर मिथिला पेंटिंग की साधिका महासुन्दरी देवी के निधन से शोक की लहर Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 04, 2013 Rating: 5

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