|वि० सं०|18 जुलाई 2013|
बाबा रामदेव लाख कह ले कि कोल्ड ड्रिंक्स का उपयोग
टॉयलेट साफ़ करने के लिए करें, आधुनिकता का चस्का लोगों पर इस कदर हावी है कि गर्मी
में कई लोग मेहमानों तक का स्वागत ‘ठंढा’ से किया करते हैं. सड़कों के बगल में कोल्ड डिंक्स पीने में
लोग शान समझते हैं और जब उनसे इसके फायदे कि बात पूछें तो वे कहेंगे.....बस यूं
ही.
पर हाल
के दिनों में अब जहाँ अनशन-प्रदर्शन का दौर बढ़ चला है वहां अब आमरण अनशन पर बैठे
लोगों के अनशन तुड़वाने में भी अधिकारी और नेता ‘कोल्ड ड्रिंक्स’ का धड़ल्ले से प्रयोग करने लगे हैं. यानि वे मान रहे हैं
कि भूख से छटपटाते अनशनकारियों के लिए कोल्ड ड्रिंक्स शायद अमृत का काम करेगा.
अब कल
गम्हरिया में बाल विकास परियोजना कार्यालय के समक्ष प्रखंड प्रमुख ललिता देवी आदि
के अनशन को ही लीजिए. घंटों मान-मनौव्वल के बाद इन्हें जूस नहीं, कोल्ड ड्रिंक्स
पिलाकर इनका अनशन तुडवाया गया. जबकि अनशन तुड़वाने वालों में कोई नई पीढ़ी नहीं थे.
सीधी
बात, नो बकवास. कहने का मतलब साफ़ है, फायदे-नुकसान की बात छोड़िये, मॉडर्नाइजेशन की
हवा जैसे बह रही है आप भी उधर ही हो लीजिए, एक आपके नहीं चाहने से भी बदलाव रूकने
वाला नहीं है.
अनशन तुड़वाने में भी ‘जूस’ का स्थान ले रहे ‘कोल्ड ड्रिंक्स’
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
July 18, 2013
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