|वि० सं०| 17 मई 2013|
आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग के शर्मनाक वाकया के बाद जहाँ देश भर में दागी श्रीशंत
समेत अन्य शामिल खिलाड़ियों की फजीहत हो रही है वहीं मधेपुरा में क्रिकेट से जुड़े लोगों
ने भी अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है. मधेपुरा के कई लोगों ने इस घटना को देश की भावना
के साथ दुष्कर्म तक की संज्ञा दे दी है.
मधेपुरा के जानेमाने क्रिकेटर त्रिदीप गांगुली
कहते हैं कि बीसीसीआई के द्वारा ये आईपीएल का ड्रामे से भरा गन्दा खेल तुरंत बंद होना चहिये. ये सिर्फ पैसे का खेल है और इसके द्वारा देश की जनता को बेवकूफ बनाया जा रहा
है.
क्रिकेट के अनुभवी खिलाड़ी संजीव कुमार का मानना है कि आज के क्रिकेट में खेल भावना कम और पैसे की चकाचौंध ज्यादा दिखती
है, जिसका कारण कहीं न कहीं राजनीति और क्रिकेट संघ का मिलन है. इसलिए बीसीसीआई को राजनीती से अलग रखना चहिये.
क्रिकेटर
प्रशांत कुमार कहते हैं कि खिलाड़ियों के लिए खेल उनका
धर्म होता है,
और जो अपने इस धर्म और खेल प्रेमियों के भावनाओं के साथ
खिलवाड़ करे
उन्हें निश्चित तौर पर कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चहिये. उन्होंने कहा कि स्पॉट फिक्सिंग में फंसे खिलाड़ियों
ने क्रिकेट को कलंकित किया है.
क्रिकेटर अरविन्द कुमार सीधा आरोप लगाते कहते हैं कि आईपीएल का खेल ही पैसों
के लिए किया जाता है , जिसको जहाँ मौका मिलता है लूट ले जाता है.
मुरलीगंज टाउन स्पोर्ट्स क्लब के उपसचिव विकास आनंद कहते है कि बीसीसीआई का
पुनर्गठन होना चाहिए, पुराने एवं स्वक्ष छवि के खिलाडियों को कमीटी
में जगह मिलनी चाहिए. देश की भावना के साथ खिलवाड़ करने वाले खिलाडियों के विरूद्ध सख्त
कानून बनाना चहिये. वे तो यहाँ तक कहते हैं कि कि स्पॉट फिक्सिंग में फंसे खिलाड़ियों को उम्रकैद
की सजा मिले.
एशोसिएशन ऑफ बिहार क्रिकेट के जिला सचिव अमित सिंह मोनी कहते हैं कि ऐसे प्रकरण
से देश शर्मशार होता है अतः ऐसे अपराध को देशद्रोह के श्रेणी में रखना चहिये. देश की भावना के साथ खिलवाड़ करने वाले खिलाडियों
को दुष्कर्मियों की श्रेणी में रखा जाना चाहिए.
मधेपुरा के क्रिकेटरों ने कहा, “बंद हो ये आईपीएल का गन्दा ड्रामा”
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
May 17, 2013
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