“दोनों नंगधड़ंग थे मेरी इज्जत लेने और बच्चे को मारने आये थे”

|वि० सं०| 11 अप्रैल 2013|
जिले का बहुचर्चित चम्पानगर में महिला के साथ दुष्कर्म प्रयास और बच्ची हत्याकांड में आज गवाही का पहला दिन था. एक साल की लाड़ली बेटी बबीता को खोकर फूल कुमारी ने अपनी आबरू बचा ली. जाहिर है अपनी आबरू बचाने के बाद भी फूल कुमारी को जिंदगी भर का दर्द मिल चुका है. पर अब फूल कुमारी के दर्द में थोड़ी कमी तब ही आ सकती है जब उसकी बेटी के हत्यारे को क़ानून सजा दे.

      मधेपुरा के तदर्थ न्यायाधीश वाई. एन. सिंह की अदालत में आज फूल कुमारी ने गत शनिवार की उस भयावह रात को याद करते हुए कहा कि उस वक्त रात के करीब एक बजे का समय था जब अजय चौहान और मुकेश चौहान उसके सोने वाले कमरे में उसकी इज्जत लूटने और बच्ची की हत्या करने घुस गया था. दोनों नंगधडंग थे और मुकेश ने मुझे पकड़ लिया और अजय ने बेटी बबीता को उठाकर पटक दिया. फूल कुमारी जोर से चिल्लाई और अजय को पकड़ लिया. ससुर व अन्य लोग दौड़े पर मुकेश ने उसके ससुर को धक्का देकर गिरा दिया और भाग निकला. पर अजय ने उसके कलेजे के टुकड़े की हत्या उसकी आँखों के सामने कर दी थी इसलिए फूल कुमारी ने उसे नहीं छोड़ा. हत्यारे को बाद में गाँव वालों ने पुलिस के हवाले कर दिया.

      महज दो साल पहले ही फूल कुमारी की शादी सुबिन चौहान के साथ हुई थी जो पंजाब के कपूरथला में मजदूरी करता था. रेपिस्ट मानसिकता के दो लोग जो रिश्ते से ससुर लगते थे ने फूल की पंखुरियों को मसल कर रख दिया और अब फूल कुमारी को पुलिस और कोर्ट से चाहिए सिर्फ न्याय.
“दोनों नंगधड़ंग थे मेरी इज्जत लेने और बच्चे को मारने आये थे” “दोनों नंगधड़ंग थे मेरी इज्जत लेने और बच्चे को मारने आये थे” Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on April 11, 2013 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.