ट्रेन-बस दुर्घटना: क्या लाश चंदन की ही है ???

इसी पोटली में है लाश की बची नसें
|सहरसा से बबली गोविन्द| 22 मार्च 2013|
ट्रेन-बस दुर्घटना में एक युवक की हुई मौत के मामले में लाश की  तकरीबन शिनाख्त हो चुकी है। लाश मधेपुरा निवासी स्वर्गीय राजकुमार महतो के एकलौते पुत्र 23 वर्षीय चंदन ·कुमार की बतायी जा रही है। चंदन की मां चंद्रशीला देवी की मानें तो चंदन परीक्षा देने अपने जीजा के साथ मंगलवार को ही ट्रेन से पटना गया था। सहरसा वापस लौटने के क्रम में ट्रेन-बस की भिड़ंत में जलने से घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी।
अब कौन उठाएगा परिवार का बोझ: खैर, युवक के यहां कोहराम मचा हुआ है। 3 मार्च, 2012 को उसके का देहांत हुआ था। चंदन को  अनुकम्पा के आधार पर नौकरी मिलने वाली थी। वह भाई में अकेला था और उसकी दो बहनें हैं। बड़ी बहन की शादी हो चुकी  है जबकि छोटी सीमा कुमारी अविवाहिता है। सहरसा स्थित कोशी कॉलोनी में रहने वाली चंदन की मां चंद्रशीला देवी सहित परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। चंदन की नानी अरूणा देवी की स्थिति सबसे खराब है। उन्हें देखने के बाद कलेजा मुंह को आता है। अगल-बगल के लोगों ने बताया कि पिता की मृत्यु के बाद घर की गाड़ी चंदन ही चलाया करता था। बहरहाल, हर किसी का यही कहना है कि अब कौन उठाएगा परिवार का बोझ? बहरहाल, जो भी हो चंदन के परिजनों का कहना है कि लाश चंदन की ही है। वैसे, लाश की वीभत्स स्थिति के कारण इसकी पहचान जरूर कठिन है।
ट्रेन-बस दुर्घटना: क्या लाश चंदन की ही है ??? ट्रेन-बस दुर्घटना: क्या लाश चंदन की ही है ??? Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on March 22, 2013 Rating: 5

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