इसे क्या कहें, लड़की है तो मुन्नी बहन ही न !

|राजीव रंजन|17 मार्च 2013|
उधर सिंघेश्वर मेला अपने चरम पर है तो जिला मुख्यालय में बोर्ड मेला यानि कि मैट्रिक परीक्षा भी चर्चा का विषय बन रही है. परीक्षा में लड़कियां बेहतर करने के प्रयास में साम-दाम-दंड-भेद अपना रही है. मुन्ना भाई यानि दूसरे के बदले में परीक्षा देने वालों को तो आपने खूब देखा होगा पर जिला मुख्यालय के रासबिहारी हाई स्कूल में एक महिला परीक्षार्थी के बदले बैठकर परीक्षा दे रही एक अन्य लड़की को जब पकड़ा गया तो सबों ने दांतों तले अंगुली दबा ली. रूपम कुमारी की जगह पर परीक्षा दे रही प्रियंका कुमारी को जब परीक्षा शुरू होने के दस मिनट बाद ही एडमिट कार्ड पर तस्वीर और हस्ताक्षर न मिलने पर पकड़ा गया तो प्रियंका रोने लगी. इसे परीक्षा से निष्कासित करने की प्रक्रिया चल ही रही थी कि मौके की नजाकत भांप पर प्रियंका लोगों की नजर बचाकर वहाँ से गायब हो गई.
इसे क्या कहें, लड़की है तो मुन्नी बहन ही न ! इसे क्या कहें, लड़की है तो मुन्नी बहन ही न ! Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on March 17, 2013 Rating: 5

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