सदर अस्पताल मधेपुरा आज कई घंटे तक लोगों के आक्रोश
का शिकार बना रहा. हंगामा मधेपुरा प्रखंड के आजाद टोला की एक महिला संगीता देवी की
मौत के बाद शुरू हुआ. परिजनों का आरोप है कि संगीता देवी के परिवार नियोजन का
ऑपरेशन में मधेपुरा सदर अस्पताल प्रशासन ने घोर लापरवाही बरती और शरीर में खून न
रहने के बावजूद भी उसका ऑपरेशन कर डाला. और जब स्थिति बिगड़ी तो संगीता को दरभंगा
रेफर कर दिया जहाँ इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
जबकि
मधेपुरा के सिविल सर्जन परशुराम प्रसाद मृतिका के परिजनों के द्वारा लगाये आरोपों
का खंडन करते हैं. वे कहते हैं कि संगीता देवी को अस्पताल में खून चढ़ाया गया था और
तब मंगलवार उसका ऑपरेशन किया गया था. ऑपरेशन के बाद परिजन उसे रिक्शा पर बिठाकर घर
लेकर चले गए थे. संभव है रिक्शा पर ही उछल-कूद के कारण पेट में
स्टिच आदि टूट गया
होगा. पेट फूलने की शिकायत पर जब गुरूवार को महिला अस्पताल आई तो उसकी खराब हालत
देख उसे अस्पताल के एम्बुलेंस से दरभंगा भेजा गया था.

महिला
के परिजनों ने आज अस्पताल में जमकर हंगामा किया और टायर आदि जला कर अपने रोष का
प्रदर्शन किया. बाद में पुलिस और मधेपुरा के एसडीओ संजय कुमार निराला के पहुँचने
पर मामला किसी तरह शांत हुआ.
सिविल
सर्जन के मुताबिक़ सरकारी नियम के अनुसार जब परिवार नियोजन करने के एक महीने के
अंदर रोगी की मौत होती है तो उसे दो लाख रूपये का मुआवजा दिया जाता है और इस महिला
के परिजनों को भी ये मुआवजा दिया जाएगा. उधर एसडीओ ने भी परिजनों को तत्काल बीस
हजार रूपये मुआवजा देने की घोषणा की है.
पर सबसे
बड़ा सवाल यह है कि उस महिला के तीन छोटे-छोटे बच्चों की जिंदगी का क्या होगा
जिन्हें अब अपने दिन बगैर माँ के काटने होंगे.
महिला की मौत पर सदर अस्पातल में जमकर हंगामा
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 15, 2013
Rating:

No comments: