सरकार में लूट का सिलसिला है जारी. लाखों रूपये तो
कभी भी किसी समय पानी की तरह बह जाते हैं और किसी को परवाह भी नहीं रहती है. जिले
में 34 लाख रूपये का एक पुल बनने के साथ ही ध्वस्त हो गया है. इससे जहाँ चल रहे
घटिया निर्माण की पोल खुली है वहीं बिहार सरकार के योजना एवं विकास मंत्री नरेंद्र
नारायण यादव के क्षेत्र में हुई इस घटना से स्पष्ट है कि सरकारी राशि की लूट पाट
को रोकने में सरकार असफल साबित हो रही है.
मुख्यमंत्री
सेतु योजना के अंतर्गत पुरैनी प्रखंड के गालों गाँव में हो रहे इस पुल निर्माण की
पोल इसके सेटरिंग को खोलते ही खुल गयी. निर्माण कार्य इतना घटिया था कि सेटरिंग को
मजदूरों ने जैसे ही खोला पुल एकाएक भरभरा कर गिर गया. पुरैनी प्रखंड प्रमुख ने
इसकी सूचना जिलाधिकारी को दी थी पर अभी तक इस घटना की जांच नहीं हो पाई है.
अधिकारी मौन व्रत धारण किये हुए हैं.
मधेपुरा
टाइम्स के पूछे जाने पर प्रभारी जिलाधिकारी श्रवण कुमार पंसारी ने कहा कि जांच कर
दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी. पर लूट में शामिल इंजीनियर और ठेके दारों
पर कब कार्यवाही हो पाती है ये देखना अभी बाक़ी है.
लूट का पुल भरभराकर गिरा: खुली सरकार की पोल
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
November 03, 2012
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RSS pramukh ne sahi kaha ki jahan paisa hota hai bhrashtachar bhi wahin hota hai..abhi Bihar ki sarkar vikas ke lliye paise kharch kar rahi hai..corruption ko expose karne ke liye apka dhanyavad
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