संवाददाता/12/11/2012
जिले में इंदिरा आवास के लिए चयन किये गए लोगों की
सूची हमेशा से सवालों के घेरे में रही है. सूत्रों का मानना है कि हर जगह दलालों
का ही इंदिरा आवास पर एकछत्र राज है. वैसे भी लगभग हर प्रखंड में बीडीओ साहब और
सीओ साहब कोई न कोई दलाल पोस कर रखे हुए हैं जो उनतक लोगों के काम कराने के लिए
रिश्वत के पैसे पहुँचाया करते हैं. कहीं कहीं तो ये दलाल इतना हावी हैं कि सरकार
की बहुत सी योजनाएं इनका शिकार बनकर बनकर रह जाती है और योजनाओं का लाभ उन तक नहीं
पहुँच पाता है जिनका वाजिव हक है.
आलमनगर
प्रखंड के नरथुआ पंचायत की इंदिरा देवी भी वर्षों से इंदिरा आवास के लिए भटक रही
है. कहती है रहने को घर नहीं है और जिन्हें पहले से घर है उन्हें इस योजना का लाभ
मिल रहा है. जिलाधिकारी के पास गुहार लगाने पहुंची इंदिरा देवी पूछने पर बताती है
कि दलाल कहता है कि और कहीं जाने से कोई फायदा नहीं होगा. मुझे परसेंटेज देने को
तैयार हो जाओ तो इस बार दिलवा देंगे.
ये
अकेले आलमनगर प्रखंड की ही बात नहीं है बल्कि पूरा जिला ऐसी समस्याओं को झेल रहा
है. जो भी हो, अब देखना है कि जिलाधिकारी से मिलने के बाद इंदिरा को इंदिरा आवास
मिल पाता है या नहीं ?
इंदिरा आवास के लिए भटक रही इंदिरा देवी
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
November 12, 2012
Rating:

:गरीबो के मुह का निवाला हड़पने वाले: इंदिरा आवास तो क्या गरीबों के कफ़न तक बेच कर अपनी औलादों और बीबियो के कंगन खरीदेंगे, मगर उनको पता होना चाहिए की कभी ना तो उनको चैन मिलेगी और ना तो उनकी औलादें फूलेंगी फलेंगी, उनकी बीबी के हाथों की चूडियाँ टूटती रहेगी, गरोबों के निवाला हड़पने वाले मुड कर देख लो अपनी कहानी, काल कभी भी माफ नही करेगा तुमको,
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