मधेपुरा में मंत्री का उनके ही दल में विरोध,माँगा इस्तीफ़ा

 राकेश सिंह/01 अगस्त 2012
जिला मुख्यालय स्थित कला भवन में आयोजित्त महादलित सम्मलेन आज कई वजहों से चर्चा में रहा.सूबे के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्याम रजक का इस सम्मलेन में भाग लेना और यहाँ उमड़ी भारी भीड़ तो आकर्षण का केन्द्र बना ही,पर इस सम्मलेन में उठे एक विवाद ने मंत्री के महादलित सम्मलेन की खासी किरकिरी कर दी.यहाँ खाद्य आपूर्ति मंत्री को अपने ही दल के नेताओं से विरोध का स्वर सुनना पड़ा.
     स्थानीय वरीय नेता तथा जदयू के अतिपिछड़ा प्रकोष्ट के उपाध्यक्ष योगेन्द्र महतो ने मंत्री श्याम रजक से इस्तीफे की मांग कर दी. उन्होंने बताया कि कला भवन में भारी भीड़ को जब मधेपुरा के व्यावसायिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अशोक चौधरी ने संबोधित करना चाहा तो मंत्री ने उन्हें रोकते हुए साफ़ शब्दों में कहा कि अन्य प्रकोष्ठ के जदयू के कोई व्यक्ति नहीं बोलेंगे.योगेन्द्र महतो ने आगे आरोप लगाया कि श्याम रजक ने इस महादलित रैली को जातीय रैली बना दिया.उन्होंने मंत्री पर यहाँ तक आरोप लगा दिया कि ये पहले से जंगल राज भोगते आये हैं,और यहाँ भी किसी न किसी रूप में जंगल राज कायम करना चाहते हैं.मंत्री की कार्यशैली से क्षुब्ध नेताओं ने उनके मंत्री पद से इस्तीफे की मांग की है.
      एक वरीय तथा जदयू के समर्पित नेता द्वारा इस तरह मंत्री पर लगाये गए आरोपों पर मधेपुरा टाइम्स ने खाद्य आपूर्ति मंत्री श्याम रजक से प्रतिक्रिया लेनी चाही तो उन्होंने सीधे कहा कि ये सम्मलेन महादलित प्रकोष्ठ का सम्मलेन है इसलिए किसने इसका बहिष्कार किया मेरे लिए महत्वपूर्ण नहीं है.जो महादलित वर्ग के लोग है वही इसका संचालन और अध्यक्षता महादलित ही करेंगे.मंत्री ने एक और बात कही कि ये पहले से निर्धारित था कि मंच पर आगे महादलित वर्ग के ही नेता बैठेंगे. यहाँ हम पाठकों को मंच की तस्वीर दिखा रहे हैं जिसमें आप देखेंगे कि मंच पर आगे सूबे के एक मंत्री और पूर्व सांसद भी बैठे हुए हैं जो महादलित वर्ग से नहीं आते हैं. मधेपुरा टाइम्स के ये पूछने पर कि पार्टी के अन्य लोगों को मंच पर बोलने या कुछ कहने का अधिकार है या नही, मंत्री जी को कोई जवाब नहीं सूझा और वे हाथ जोड़कर किस तरह भागने लगे, मधेपुरा टाइम्स के नीचे के वीडियो में देखिये.
मधेपुरा में मंत्री का उनके ही दल में विरोध,माँगा इस्तीफ़ा मधेपुरा में मंत्री का उनके ही दल में विरोध,माँगा इस्तीफ़ा Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on August 01, 2012 Rating: 5

1 comment:

  1. backward, most backward , dalit aur maha dalit, Akliyat(minority).. Garibi aur backwardness ko kitne groups mein banta gaya hai...seedhe -2 vikas ka nara nahi de sakte kyunki woh toh nikamme neta log kar nahi payenge,,,isiliye BC, MBC , dalit aur mahadalit, minority jaise shabd bar-2 bola jata hai..

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