राकेश सिंह/२८ जुलाई २०११
वैसे तो मधेपुरा में एसबीआई के सभी एटीएम की हालत कमोबेश खस्ता है,पर बैंक प्रशासन इसे सुधारने के प्रयास में लगी दिखती है.मधेपुरा का सर्वाधिक भीड़ का इलाका मसलन बस स्टैंड, समाहरणालय, सिविल कोर्ट, रजिस्ट्री कचहरी, स्टेडियम,पंचमुखी चौक आदि के क्षेत्र में कोई एटीएम नहीं रहने के कारण इस क्षेत्र में लोगों को बैंक से अपने पैसे निकलने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है.और शायद लोगों की इसी परेशानी को ध्यान में रखकर समाहरणालय के ठीक सामने एक एटीएम कमरा तैयार किया गया और इसका उदघाटन भी दिनांक ०७ अगस्त २०१० को ही तत्कालीन जिला परिषद अध्यक्ष सुनीला देवी ने किया था.पर अब एक साल लगने को हैं और यह एटीएम चालू नहीं हो सका है.जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले जरूरतमंद लोग जब यहाँ एटीएम का बोर्ड देखते हैं तो वे उम्मीद लेकर इसके पास आते हैं, पर जब इसका शटर बंद देखते हैं तो उन्हें निराश होकर अन्य एटीएम की तलाश में कई किलोमीटर दूर जाना पड़ता है.
बैंक से जुड़े लोग तो इसके जल्द शुरू होने की बात कहते हैं पर आसपास के लोग बताते हैं कि दरअसल यह स्थान अनशनकारियों के बठने के लिए लोकप्रिय है, और सौन्दर्यीकरण में छोटा पड़ गया अनशन स्थल का विकल्प भी इसी एटीएम का चबूतरा है,और इसके शटर से पीठ अडाकर अनशनकारी अपने थके शरीर को आराम भी देते हैं. इसलिए यदि इसे चालू भी कर दिया जाता है तो यहाँ लोगों और साथ-साथ बैंक प्रशासन को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.हो सकता है इसके न शुरू होने के पीछे कुछ इसी तरह का ही कारण हो.जो भी हो, उम्मीद दिखाता यह एटीएम फिलहाल लोगों को मुंह चिढ़ाता ही नजर आता है.
समाहरणालय के सामने मुंह चिढ़ाता बंद एटीएम
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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July 28, 2011
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