देश के लिए वर्तमान में भ्रष्टाचार एक बड़ी समस्या हो सकती है,पर बिहार में तो लोग बिजली की समस्या को अब भी भ्रष्टाचार से भी बड़ी समस्या मानते हैं.
यह बात मधेपुरा टाइम्स के द्वारा कराये गए एक पोल से उभर कर सामने आयी है.एक महीने पहले शुरू राये गए पोल के नतीजे सचमुच चौंकाने वाले रहे. इस पोल में पाठकों के सामने एक प्रश्न यह रखा गया था कि, “वर्तमान में बिहार की सबसे बड़ी समस्या क्या है?” पाठकों को इस प्रश्न के चार वैकल्पिक उत्तर दिए गए थे,
बिजली, भ्रष्टाचार, गरीबी और अशिक्षा. करीब ५४% लोगों ने माना कि बिजली बिहार की वर्तमान में
सबसे बड़ी समस्या है.जबकि भ्रष्टाचार को सबसे बड़ी समस्या मामने वाले लोगों का प्रतिशत ३० रहा. पाठकों के अनुसार इन दोनों के बाद अशिक्षा बिहार की बड़ी समस्या है और गरीबी समस्या के रूप में चौथे नंबर पर रहा.
बिजली, भ्रष्टाचार, गरीबी और अशिक्षा. करीब ५४% लोगों ने माना कि बिजली बिहार की वर्तमान में
सबसे बड़ी समस्या है.जबकि भ्रष्टाचार को सबसे बड़ी समस्या मामने वाले लोगों का प्रतिशत ३० रहा. पाठकों के अनुसार इन दोनों के बाद अशिक्षा बिहार की बड़ी समस्या है और गरीबी समस्या के रूप में चौथे नंबर पर रहा.
यानी लोग मानते हैं कि बिहार में अशिक्षा और गरीबी में काफी हद तक कमी आई है.भ्रष्टाचार के खिलाफ बिहार सरकार की लड़ाई जारी है और अधिकाँश लोगों का ये मानना है कि पहले की तुलना में भ्रष्टाचार में कमी भी आई है.बिहार सरकार का इस मुद्दे पर सख्त होना और सूचना का अधिकार समुचित ढंग से काम करना भ्रष्टाचार में कमी लाने की वजह हो सकती है.
परन्तु बिहार की सबसे बड़ी समस्या बिजली के निदान हेतु सरकार द्वारा लाख प्रयास करने के बाद भी सुधार की स्थिति नही दीख रही है.केन्द्र सरकार का असहयोगात्मक रवैया इस संकट का हल निकलने नही दे रहा है.
आइये बिहार में बिजली की समस्या के दस प्रमुख कारणों पर दृष्टिपात करें:
(मधेपुरा टाइम्स के सुधि पाठकों द्वारा भेजे गए रिपोर्ट पर आधारित)
१. सेन्ट्रल से १६९५ मेगावाट ही बिहार को निर्धारित है जिसमे से एनटीपीसी से १२२५ मेगावाट बिजली ही मिलती है.
२. एनटीपीसी के बिजलीघरों में तकनीकी खराबी के कारण कम आपूर्ति पहुँच पाती है,लगभग ६०० मेगावाट ही.
३. विडंबना है कि इन्ही बिजली घरों की दूसरी यूनिटों से बिहार को यूआई के तहत महंगी बिजली उपलब्ध कराई जाती है.
४. महंगी बिजली की खरीद पर बिहार बिजली बोर्ड को एक वित्तीय वर्ष में ६०-७० करोड़ रूपये का अतिरिक्त खर्च करना पड़ता है.
५. औसतन हर माह बिजली बोर्ड को ५-१० करोड़ रूपये अपने खजाने से अतिरिक्त खर्च करने पड़ते है.एनटीपीसी से बिजली २ रू०/यूनिट पर यूआई से १०रू/यूनिट के दर से खरीदी जाती है.
६. एनटीपीसी के बिजली घरों का सबसे बड़ा संकट है कोयले का संकट.लाचारी में विदेश तक से मंगाए जाते हैं कोयला.
७. पानी की भी समस्या बिजली के उत्पादन पर असर डाल रही है.गंगा नदी में पानी की मात्रा कम होने और अंतर्राष्ट्रीय समझौता के कारण गंगा का पानी बांग्लादेश जाने के कारण एनटीपीसी के बिजली घर जलसंकट से अक्सर जूझते हैं.
८. बिजलीघरों में ट्यूब लीकेज के कारण भी बीच-बीच में कई दिनों तक उत्पादन ठप्प हो जाता है.
९. फरक्का. कहलगाँव, तालचर की सभी यूनिटें ट्यूब लीकेज की समस्या से ग्रस्त हैं.इस वर्ष कई बार इन कारणों से बिजली का उत्पादन ठप्प हुआ.
१०. बिहार को मिल रहा कुल आबंटन बहुत ही कम १६९५ मेगावाट है,जिसमे एनटीपीसी से आपूर्ति १२२५ मेगावाट है.फरक्का से ४२३, कहलगाँव-१ से ३२६, कहलगाँव-२ से १०० तथा तालचर से ३७६ मेगावाट ही उत्पादन की क्षमता है.
यानी कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि केन्द्र की अनदेखी ही बिहार में बिजली की समस्या का सबसे बड़ा कारण है.
बिहार में भ्रष्टाचार से भी बड़ी समस्या है बिजली
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
June 09, 2011
Rating:
निश्चय ही बिहार में बिजली एक बहुत बड़ी समस्या है. ऐसे तो बिहार सदा से विभिन्न समस्याओं से जूझता रहा है परन्तु प्रगति के इस दौर में बिहार में बिजली की कमी ने बिहार वासिओं को काफी छला है / हम भ्रस्टाचार से अधिक बिजली की कमी से परेशां हैं /बिजली आज की ताकत है और ताकत के बिना हमारे जीने का क्या स्टाइल होगा यह तो सभी जानते हैं /बिहार में बड़े-बड़े शहर हैं पर उन शहरो की गलियों में बड़ी -बड़ी समस्याएँ हैं गलिओं में व्याप्त गन्दगी , जल जमाव एवं कूड़े का भंडार ये सभी बिहार की मुख्य समस्या है / सभी मानते हैं कि सरकार भ्रष्ट है पर सच यह है कि भ्रस्ट्ता की जिम्मेदारी सरकार से ज्यादा जनता की है ,जनता सोच के देखे...........
ReplyDeleteis yug me v kuchh aisi jagah hai jahan bijli abhi tak pahunchi hi nahi hai...my village is onr of them..regular bijli aana to door ki baat hai..
ReplyDeleteyao english bahut bachkana ya ahan sab ke new hindi mein likhoo ya kono english janai wala se likhao
ReplyDeletesorry for my comment...now I realized it is automatically translated through google
ReplyDeleteLack of electricity is biggest problem for Bihar. All over India there is praise for Mr. Nistish Kumar. I hope he will be successful in making Bihar a power sufficient state .He has been CM of Bihar for last 6 years. Let us see how many more years he takes in making Bihar a power surplus state.
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